एआई टर्मिनल चीन में नई प्रौद्योगिकी के उपभोग को बढ़ावा देंगे


बीजिंग, 8 मार्च (आईएएनएस)। चीन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का क्रेज़ अब सिर्फ हाई-टेक कंपनियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्मार्टफोन, टीवी, लैपटॉप और होम अप्लायंसेज तक पहुंच चुका है। डीपसीक एप्लिकेशन जैसी टेक्नोलॉजी के चलते चीन का एआई विकास तेजी से आगे बढ़ रहा है। बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां अपने डिवाइसेज में एआई इंटीग्रेट कर रही हैं, जिससे लोगों को ज्यादा स्मार्ट और इंटेलिजेंट प्रोडक्ट्स मिल रहे हैं।

चीनी टेक दिग्गज श्याओमी ने हाल ही में ऐलान किया कि वह 2025 तक अपने कुल रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) बजट का 25% एआई से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर खर्च करेगी। वहीं, स्मार्ट डिवाइस निर्माता ऑनर ने भी 3 मार्च को खुद को दुनिया की सबसे बड़ी एआई टर्मिनल इकोसिस्टम कंपनी बनाने की रणनीति की घोषणा की।

ग्लोबल रिसर्च फर्म आईडीसी का अनुमान है कि 2025 तक चीन में स्मार्ट डिवाइसेज की बिक्री 4% बढ़ेगी, जबकि एआई कंप्यूटर, एआई टैबलेट और एआई स्मार्टफोन जैसे प्रोडक्ट्स की डिमांड सालाना 20% बढ़ने की उम्मीद है। सिर्फ पारंपरिक गैजेट्स ही नहीं, बल्कि एआर ग्लास भी अगले एआई स्मार्ट टर्मिनल का अहम हिस्सा बनने जा रहे हैं।

ई-कॉमर्स साइट्स पर लोग अब एआई वॉयस फीचर वाले टीवी और अन्य प्रोडक्ट्स को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं। कई कंज्यूमर्स के लिए स्मार्ट फीचर्स, खरीदारी के फैसले का अहम फैक्टर बन गए हैं। हिसेंस ने अपने टीवी में डीपसीक एआई को इंटीग्रेट कर दिया है, जिससे अब टीवी से इंटेलिजेंट बातचीत करना भी संभव हो गया है। छांगहोंग, स्काईवर्थ और टीसीएल जैसी कंपनियां भी अपने प्रोडक्ट्स में एआई को शामिल कर रही हैं।

चीन सरकार भी इस सेक्टर को आगे बढ़ाने के लिए पूरा सपोर्ट दे रही है। पिछले महीने चीनी राज्य परिषद की बैठक में एआई इन्वेस्टमेंट बढ़ाने और नए प्रोडक्ट्स व टेक्नोलॉजी को प्रमोट करने की बात की गई।

इसके बाद, शनचन ने एक नई एआई टर्मिनल इंडस्ट्री डेवेलपमेंट प्लान जारी की, जिसमें 2026 तक इस सेक्टर को 8 खरब युआन (लगभग 111.52 अरब अमेरिकी डॉलर) तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्लान के तहत एआई टेक्नोलॉजी को स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग, स्मार्ट फाइनेंस, स्मार्ट सिटीज, स्मार्ट बुजुर्ग-देखभाल और स्मार्ट प्रशासनिक सेवाओं में और ज्यादा इंटीग्रेट किया जाएगा।

कुल मिलाकर, चीन में एआई टेक्नोलॉजी सिर्फ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि नए युग की शुरुआत बन चुकी है। स्मार्टफोन से लेकर सरकारी योजनाओं तक, हर जगह एआई का प्रभाव बढ़ रहा है और आने वाले समय में यह टेक्नोलॉजी लोगों की लाइफस्टाइल को पूरी तरह बदलने वाली है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

एबीएम/


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