मई माह में अभी पांच दिन का समय शेष है, लेकिन गर्मी ने लोगों का जीवन दुश्वार कर दिया है। दिन में धूप बेहाल कर रही है तो रात में गर्मी चैन से सोने नहीं दे रही है। 25 मई से शुरू हुए नौतपा के पहले दिन शनिवार को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। इससे पहले तीन दिन तक पारा 41 डिग्री से कम रहा।
मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि अभी 30 मई तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। पिछले कुछ दिनों से गर्मी का असर बढ़ता ही जा रहा है। मौसम साफ होने की वजह से सुबह से शुरू होने वाली धूप की तपिश का असर रात तक रहता है। इसकी वजह से दोपहर में लोगों का घरों से बाहर निकलना दूभर हो रहा है।
दोपहर के समय बाजार में ग्राहकों की रौनक कम हो जाती है। दोपहर 12 बजे से तीन बजे के समय मुख्य मार्गों पर भी आवागमन कम रहता है। स्थिति यह है कि लोग पंखा चलाने के बाद भी पसीना नहीं सूख पाता है।
मौसम विज्ञान विभाग के डाटा संग्रह अधिकारियों के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा सुबह दक्षिण से उत्तर में और शाम को पश्चिम से पूरब दिशा में पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटे रही।
शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में एक-एक डिग्री की बढ़ोतरी हुई है।
कहीं फेल न हो जाए बॉडी का कूलिंग सिस्टम
इस बढ़ती गर्मी में जिस तरह घर का तापमान मेंटेन करने के लिए कूलर और एसी के इंतजाम किए जा रहे हैं। वैसे ही अपने बाॅडी के अंदर के कूलिंग सिस्टम को मेंटेन करें। वरना इस कूलिंग सिस्टम के फेल होने पर आपको घर से अस्पताल पहुंचना पड़ सकता है।
एमडी मेडिसिन डॉ. अमित रस्तोगी के मुताबिक अधिक गर्मी होने और ज्यादा समय धूप में रहने से शरीर से पसीना बाहर निकालने वाली स्वेट ग्लैंड ब्लॉक हो जाती है। इसके चलते शरीर की गर्मी बाहर नहीं निकल पाती है। मरीज को बेचैनी होने लगती है। यही हीट स्ट्रोक की वजह बनती है।
हीट स्ट्रोक के केस में बॉडी का कूलिंग सिस्टम फेल हो जाता है। तापमान हाई होने पर शरीर के सेल्स काम करना बंद कर देते हैं। तेज बुखार के साथ मरीज को बेचैनी होती है। ऐसे में बाडी के तापमान को नियंत्रित करने के उपाय अपनाना जरूरी है।
छा सकते हैं बादल
पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह का कहना है कि अभी वातावरण में ऐसे ही तपिश रहेगी। 30 मई तक ऐसे ही गर्म मौसम रहने का अनुमान है। ऊपर पहाड़ पर बूंदाबांदी का अनुमान है। हवा की दिशा बदलने की वजह से कहीं-कहीं हल्के बादल दिखाई दे सकते हैं।
बंगाल की खाड़ी में रेमल चक्रवात बना हुआ है, उसकी वजह से हवा में नमी हो सकती है, जिससे कभी-कभी राहत भरी हवा चलने की संभावना है। लेकिन अभी बारिश का अनुमान नहीं है।
हीट स्ट्रोक होने पर क्या करें
- मरीज को ठंडे कमरे में रखें।
- शरीर को पानी या आइस से स्पंज करें।
- तत्काल डाक्टर के पास ले जाएं।
हीट स्ट्रोक के लक्षण
- शरीर का तापमान हो जाता है हाई।
- 105 डिग्री से अधिक बुखार हो जाता है।
- शरीर से पसीना बाहर नहीं निकलता है।
- मरीज को दौरे पड़ने लगते हैं।
- चक्कर भी आने लगते हैं।
- शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
हीट स्ट्रोक से बचाव
- बिना वजह धूप में जाने से बचें।
- सिर पर कैप या गमछा लगाकर निकलें।
- घर से खूब पानी पीकर ही निकलें।
- मौसमी फलों का सेवन अधिक करें।
- दिन में कई बार लिक्विड आहार लें।