हैदराबाद/पटना, 5 फरवरी (आईएएनएस)। झारखंड के विधायकों के हैदराबाद पहुंचने के कुछ दिनों बाद कांग्रेस ने भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के किसी भी अवैध खरीद-फरोख्त के प्रयास को विफल करने के लिए रविवार को अपने अधिकांश विधायकों को बिहार से तेलंगाना की राजधानी भेज दिया।
पार्टी के कुल 19 विधायकों में से कम से कम 16 विधायक राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे और उन्हें हैदराबाद के बाहरी इलाके रंगारेड्डी जिले के एक रिसॉर्ट में ले जाया गया और उनके 11 फरवरी तक वहां रहने की संभावना है। तीन विधायक – सिद्धार्थ, आबिदुर रहमान और विजय शंकर दुबे स्वास्थ्य कारणों से नहीं गए हैं।
तेलंगाना में सत्ता में मौजूद कांग्रेस ने विधायकों के रहने की व्यवस्था की है। 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में विश्वास मत से पहले अवैध शिकार की आशंकाओं के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।
जद-यू अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को राज्यपाल ने सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहा है।
कांग्रेस अब ‘महागठबंधन’ का दूसरा सबसे बड़ा घटक है, जिसने नीतीश के एनडीए में लौटने के बाद सत्ता खो दी है।
बाकी विधायकों के भी सोमवार को हैदराबाद पहुंचने की संभावना है।
शनिवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अपने बिहार के विधायकों को दिल्ली बुलाया था, जहां उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। इसके बाद उन्हें चार्टर्ड विमान से हैदराबाद भेजा गया।
28 जनवरी को एनडीए सरकार बनने के बाद राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने भी कांग्रेस नेतृत्व से अपने विधायकों पर नजर रखने को कहा था, लेकिन अगले दिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राज्य के किशनगंज पहुंचने वाली थी, इसलिए वे 31 जनवरी तक राज्य में रुके रहे और फिर झारखंड, उसके बाद दिल्ली और अब हैदराबाद में हैं।
बिहार के विधायक ऐसे दिन हैदराबाद पहुंचे, जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस के विधायक कथित तौर पर हैदराबाद में तीन दिनी प्रवास के बाद रांची लौट आए हैं। दोनों पार्टियों के करीब 40 विधायक दो फरवरी को दो चार्टर्ड विमान से हैदराबाद पहुंचे थे। वे शहर के बाहरी इलाके में एक रिसॉर्ट में भी ठहरे हुए थे।
चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड की नई सरकार को सोमवार को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करना पड़ सकता है।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के दो दिन बाद शुक्रवार को झामुमो नेता चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
–आईएएनएस
एसजीके/