यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा : बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन के बाद एंट्री, सीसीटीवी से होगी निगरानी

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा : बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन के बाद एंट्री, सीसीटीवी से होगी निगरानी

लखनऊ, 16 फरवरी (आईएएनएस)। यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा को सकुशल कराने के लिए फूलप्रूफ प्लान बनाया गया है। इसके तहत सरकार ने आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती की शनिवार और रविवार को दो पालियों में होने वाली परीक्षा को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं। हर परीक्षा केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।

केंद्र में अभ्यर्थियों की संख्या के अनुरूप केंद्र पर्यवेक्षक के रूप में पुलिस उपाधीक्षक से लेकर सब इंस्पेक्टर मौजूद रहेंगे। सीसीटीवी कैमरों से गहन निगरानी की जाएगी। सभी अभ्यर्थियों के बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन के बाद भी उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।

मालूम हो कि पुलिस बल को और मजबूती देने के लिए 60,244 पुलिस आरक्षी पदों पर भर्ती हो रही है, जिसकी परीक्षाएं 17 और 18 फरवरी को प्रदेश के सभी 75 जनपदों के 2,385 सेंटर पर आयोजित की जा रही है।

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) की अध्यक्ष डीजी रेणुका मिश्रा ने बताया कि परीक्षा के लिए विभिन्न प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की तैनाती की गई है। जनपद स्तर पर जिलाधिकारी जनपदीय पर्यवेक्षक (मजिस्ट्रेट) के रूप में कार्य करेंगे। हर सेंटर पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ सहायक केंद्र पर्यवेक्षक की तैनाती की गई है। इसके अलावा अपर जिलाधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी (प्रशासन) के रूप में नियुक्त किया गया है। तीन परीक्षा केंद्रों पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती हुई है।

नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए उड़न दस्ते भी मुस्तैद रहेंगे। केंद्र पर्यवेक्षक के रूप में पुलिस उपाधीक्षक से लेकर सब इंस्पेक्टर मौजूद रहेंगे। प्रदेश के जिन सेंटर पर एक हजार से अधिक अभ्यर्थी होंगे, वहां पुलिस उपाधीक्षक तैनात रहेंगे। एक हजार तक अभ्यर्थी वाले सेंटर पर इंस्पेक्टर और 500 तक अभ्यर्थी वाले सेंटर पर सब इंस्पेक्टर को नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों की चेकिंग, फ्रिस्किंग एवं पर्यवेक्षण की उचित व्यवस्था की गई है। अभ्यर्थियों को प्रवेश फिजिकल फ्रिस्किंग, एचएचएमडी द्वारा फ्रिस्किंग, बायोमीट्रिक फिंगर प्रिन्ट एवं फेशियल रिकॉग्निशन के बाद ही दिया जायेगा। फेशियल रिकॉग्निशन न होने पर एफआरआईएस कैप्चर करने की भी व्यवस्था की गई है। फेशियल रिकॉग्निशन में संशय होने पर अभ्यर्थी का आधार ऑथेंटिकेशन कराया जाएगा। इसके अलावा सभी केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक डिवाइसेज जैसे मोबाइल, ब्लूटूथ को निष्क्रिय करने के लिए जैमर लगाए जाएंगे। परीक्षा कक्ष एवं केन्द्र में सीसीटीवी लगाकर निगरानी की जा रही है, जिसका लाइव फीड केन्द्र के कन्ट्रोल रूम, जनपद के कन्ट्रोल रूम एवं भर्ती बोर्ड मुख्यालय के कन्ट्रोल रूम में प्राप्त होगी।

बता दें कि परीक्षा में कुल 48,17,441 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें 15,48,969 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। केंद्रों पर शनिवार 17 फरवरी को प्रथम और द्वितीय दोनों पालियों में 12,04,360 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। रविवार की प्रथम पाली में 12,04,361 व द्वितीय पाली में 12,04,360 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त अन्य राज्यों से 6 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, जिसमें बिहार के 2,67,305 अभ्यर्थी, हरियाणा के 74,769 अभ्यर्थी, झारखंड के 17,112 अभ्यर्थी, मध्य प्रदेश के 98,400 अभ्यर्थी, दिल्ली के 42,259 अभ्यर्थी, राजस्थान के 97,277 अभ्यर्थी, उत्तराखंड के 14,627 अभ्यर्थी, पश्चिम बंगाल के 5,512 अभ्यर्थी, महाराष्ट्र के 3,151 अभ्यर्थी तथा पंजाब के 3,404 अभ्यर्थी शामिल हैं।

–आईएएनएस

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