एशियाई परिस्थितियों में ढलने के लिए अफ़ग़ानिस्तान टेस्ट एक अच्छा मौक़ा :विलियमसन

एशियाई परिस्थितियों में ढलने के लिए अफ़ग़ानिस्तान टेस्ट एक अच्छा मौक़ा :विलियमसन

ग्रेटर नोयडा, 7 सितंबर (आईएएनएस)। केन विलियमसन ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 2010 में एशियाई सरजमीं से की थी और उन्होंने अपनी डेब्यू टेस्ट में ही अहमदाबाद में भारत के ख़िलाफ़ एक शानदार शतक लगाया था। तब से लेकर अब तक विलियसन का एशिया में शानदार रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने यहां पर 24 टेस्ट मैचों में सात शतकों, सात अर्धशतकों और एक दोहरे शतक की मदद से 48.85 की औसत के साथ 2000 से अधिक रन बनाए हैं। उनके नाम भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और यूएई सब देशों में कम से कम एक शतक जरूर है।

विलियमसन एक बार फिर एशिया के दौरे पर हैं और उन्हें अगले वाले दो महीनों में यहां पर छह टेस्ट मैच खेलने हैं। अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ भारत के ग्रेटर नोएडा में सोमवार से शुरू हो रहे एकमात्र टेस्ट के बाद न्यूज़ीलैंड को दो टेस्ट मैचों के लिए श्रीलंका जाना है। इसके बाद वे अक्टूबर में फिर से भारत लौटेंगे, जहां उन्हें तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है।

शनिवार को टीम के अभ्यास सत्र के बाद पत्रकारों से बात करते हुए विलियमसन ने कहा, “मैं भारत वापस आकर ख़ुश हूं। हम सबको पता है कि दुनिया के इस हिस्से में परिस्थितियां हमारे लिए चुनौतीपूर्ण और घर से बिल्कुल अलग होती हैं। यहां पर खेलने का अनुभव अलग होता है और यह हमारे लिए एक अच्छा मौक़ा है। यह जरूरी होता है कि आप ऐसे अनुभवों से सीखें और एक टीम के रूप में आगे बढ़ते रहें। यह टेस्ट मैच हमारे लिए यहां की परिस्थितियों को समझने और परिचित होने का एक बेहतरीन मौक़ा है।”

न्यूज़ीलैंड की टीम एशिया में 35 में से सिर्फ़ पांच सीरीज ही जीत पाई है, जबकि भारतीय सरज़मीं पर उन्हें अभी भी एक सीरीज जीत का इंतज़ार है। यह एक दुर्लभ मौक़ा होगा, जब न्यूज़ीलैंड टीम एशिया में लगातार छह टेस्ट मैच खेलेगी। इसके अलावा यह मार्च 2024 के बाद न्यूज़ीलैंड का इस फ़ॉर्मैट में पहला मैच होगा। हालांकि विलियमसन इस चुनौती को लेकर उत्साहित और तैयार हैं।

उन्होंने कहा, “हम लंबे समय के बाद इस फॉर्मेट को खेलने जा रहे हैं और हम यह फॉर्मेट नियमित रूप से खेलते भी नहीं हैं, तो हमें इसके लिए जो भी ज़रूरी बदलाव हैं, वो करने होंगे। हमने अपना पिछला टेस्ट मैच छह या आठ महीने पहले (मार्च में) खेला था तो फिर से उसी लय में आने के लिए हमें अपने कौशल और योजनाओं का पुनर्मूल्यांकन करना होगा, जो कि लाल-गेंद की क्रिकेट के लिए ज़रूरी है।

“इन छह मैचों में से कुछ (पांच) मैच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से भी जुड़े हैं, तो ये हमारे लिए काफ़ी महत्वपूर्ण हैं। ऐसा बहुत कम होता है कि हमें दुनिया के इस हिस्से में एक साथ इतने मैच मिले और हम इसको लेकर ख़ासा उत्साहित हैं। यह मैदान भले ही नया है और यहां पर अभी तक कोई टेस्ट मैच नहीं हुआ है, लेकिन जब आप भारत आते हैं तो आपको पता होता है कि यहां पर स्पिनर्स ही बड़ी भूमिका निभाएंगे। इसलिए जितना जल्दी हो सकता है, हम उतना जल्दी परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं।”

‘रूट फैब फोर में सबसे अलग’

इस बीच विलियमसन ने ‘फैब फोर’ के बारे में अपना बयान देते हुए कहा कि वह फैब फोर में शामिल सभी खिलाड़ियों को खेलते देखना पसंद करते हैं, लेकिन हालिया समय में जो रूट के प्रदर्शन ने उन्हें रूट का फैन बना दिया है। विलियमसन ने कहा कि इन सभी खिलाड़ियों ने क्रिकेट के खेल को आगे बढ़ाने का काम किया है।

–आईएएनएस

आरआर/

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