अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई के फेस्टिव सीजन को चमकदार बनाने के लिए 2,500 से अधिक फ्लडलाइट्स लगाई


मुंबई, 4 सितंबर (आईएएनएस)। मुंबई के फेस्टिव सीजन को रोशन करने के लिए अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के 15 वार्डों में 167 भगवान गणेश मूर्ति विसर्जन स्थलों पर 2,571 से अधिक फ्लडलाइट्स लगाई गई हैं।

इसके अलावा, कंपनी ने 5 सितंबर से 14 सितंबर तक होने वाले आगामी माउंट मैरी मेले के लिए बांद्रा में माउंट मैरी चर्च के चारों ओर भी 80 फ्लडलाइट्स लगाई हैं।

अदाणी इलेक्ट्रिसिटी के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता इस त्यौहारी सीजन के दौरान अपने ग्राहकों और सभी श्रद्धालुओं के लिए विश्वसनीय और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है।”

प्रवक्ता ने कहा, “हमारे पावर वॉरियर्स सभी आवश्यक उपकरणों और सामग्रियों के साथ पूरी तरह तैयार हैं और गणेश विसर्जन के दिनों और माउंट मैरी मेले के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए शहर भर में रणनीतिक रूप से तैनात हैं।”

आयोजकों को एक सहज अनुभव प्रदान करने के लिए, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने अस्थायी बिजली कनेक्शन की प्रक्रिया को भी सुव्यवस्थित किया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि पंडालों को आवेदन जमा करने के 48 घंटों के भीतर कनेक्शन मिल जाएं।

इस वर्ष, लगभग 1,000 गणेश पंडालों ने अपने सुरक्षित और आनंदमय उत्सवों के लिए अदाणी इलेक्ट्रिसिटी को चुना।

अगस्त में, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने गणेश पंडालों को आवासीय दर पर अस्थायी बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराए। इस पहल ने यह सुनिश्चित किया कि शहर भर के पंडालों को उत्सव के दौरान विश्वसनीय बिजली उपलब्ध हो।

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “पिछले साल, हमने शहर भर के 986 से ज्यादा गणेश पंडालों को सफलतापूर्वक निर्बाध बिजली प्रदान की थी। हमने कनेक्शन की मंजूरी में तेजी लाने और पूरे उत्सव के दौरान विश्वसनीय बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए पूरी तैयारी की है। हमारी समर्पित त्वरित प्रतिक्रिया टीम किसी भी समस्या का तुरंत समाधान करने के लिए रणनीतिक रूप से तैनात है।”

इससे पहले, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई भर के गणेश मंडल स्वयंसेवकों के लिए आवश्यक विद्युत सुरक्षा प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) आपदा प्रबंधन विभाग के साथ भी सहयोग किया था।

इस संयुक्त प्रयास का उद्देश्य आगामी त्योहारों के दौरान आपातकालीन तैयारियों में सुधार लाना और संभावित विद्युत खतरों को कम करना है।

–आईएएनएस

एबीएस/


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