2024-25 में अदाणी ग्रीन का ईबीआईटीडीए एक अरब डॉलर के पार, नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 30 प्रतिशत बढ़कर 14.2 गीगावाट

अहमदाबाद, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने सोमवार को वित्तीय परिणामों की घोषणा की। उसने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में उसका ईबीआईटीडीए एक अरब डॉलर के पार पहुंच गया। इस दौरान, 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ कंपनी देश में सबसे अधिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता वाली कंपनी बनी रही। उसकी कुल क्षमता 14.2 गीगावाट हो गई है।
अदाणी समूह की कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में उसकी 3.3 गीगावाट की ग्रीनफील्ड क्षमता वृद्धि दर्ज की गई, जो देश में किसी भी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी द्वारा की गई अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में देश भर में यूटिलिटी-स्केल की सौर ऊर्जा की वृद्धि में 16 प्रतिशत और पवन ऊर्जा प्रतिष्ठानों में 14 प्रतिशत का योगदान दिया।
कंपनी के अनुसार, बिजली की बिक्री साल-दर-साल आधार पर 28 प्रतिशत बढ़कर 27,969 मिलियन यूनिट हो गई, जो सिंगापुर की वार्षिक बिजली खपत के आधे के बराबर है।
कंपनी का राजस्व 23 प्रतिशत बढ़कर 9,495 करोड़ रुपए हो गया, जबकि ईबीआईटीडीए 22 प्रतिशत बढ़कर 8,818 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस प्रकार ईबीआईटीडीए मार्जिन 91.7 प्रतिशत रहा, जो इस इंडस्ट्री में सर्वश्रेष्ठ है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर अदाणी के अनुसार, “हम देश की नवीकरणीय ऊर्जा वृद्धि में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो वित्त वर्ष 2024-25 में हमारे ऐतिहासिक 3.3 गीगावाट ग्रीनफील्ड क्षमता वृद्धि से स्पष्ट है।”
सागर अदाणी ने बताया, “हमने देश के यूटिलिटी-स्केल सौर ऊर्जा में 16 प्रतिशत और पवन ऊर्जा में 14 प्रतिशत का योगदान दिया है, जो तेजी से, बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा डिप्लॉयमेंट के लिए नया मानक स्थापित करता है। हम गुजरात के खावड़ा में 2029 तक 30 गीगावाट की क्षमता वाले दुनिया के सबसे बड़े अक्षय ऊर्जा संयंत्र को विकसित करने की दिशा में अच्छी तरह से कदम बढ़ा रहे हैं। निर्माण शुरू होने के दो साल के भीतर 4.1 गीगावाट की सौर और पवन क्षमता का संचालन किया है।”
उन्होंने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 32.4 प्रतिशत का उच्च सौर क्षमता यूटिलाइजेशन फैक्टर (सीयूएफ) दर्ज किया।
सागर अदाणी ने कहा, “यह बाइफेसियल एन-टाइप मॉड्यूल, हॉरिजॉन्टल सिंगल-एक्सिस ट्रैकर्स (एचएसएटी) और वाटरलेस रोबोटिक क्लीनिंग सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाकर साइट की उच्च संसाधन क्षमता को रेखांकित करता है। हमारे सर्कुलर इकोनॉमी ढांचे के अनुरूप हमने वित्त वर्ष 2025-26 के निर्धारित लक्ष्य से पहले अपने पूरे परिचालन पोर्टफोलियो में वाटर पॉजिटिविटी हासिल की, जो ईएसजी उद्देश्यों को प्राप्त करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
कंपनी के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में उसका नकद लाभ 22 प्रतिशत बढ़कर 4,871 करोड़ रुपए हो गया।
एजीईएल गुजरात के खावड़ा में 30 गीगावाट का एक विशाल अक्षय ऊर्जा संयंत्र विकसित कर रही है। यह 538 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो फ्रांस की राजधानी पेरिस से लगभग पांच गुना है।
–आईएएनएस
एकेजे/डीएससी