डीडवाना में अवैध बांग्लादेशियों की पहचान के लिए चलाया जा रहा अभियान, वैध दस्तावेज नहीं पाए जाने पर होगी कार्रवाई


डीडवाना, 2 मई (आईएएनएस)। राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की पहचान कर उन्हें वापस भेजने के राज्य सरकार के निर्देशों के बाद डीडवाना पुलिस भी सतर्क हो गई है। इसके तहत पुलिस ने अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों की पहचान के लिए अभियान शुरू किया है। इस अभियान में जिले में रह रहे बाहरी लोगों की पहचान कर उनके दस्तावेज और चरित्र सत्यापन की जांच की जा रही है।

पुलिस उप अधीक्षक धरम पूनिया ने शुक्रवार को बताया कि इस अभियान के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। पुलिस की टीमें अलग-अलग थाना क्षेत्रों में रह रहे बाहरी लोगों, खासकर बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की पहचान कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस की टीमों ने शुक्रवार को कई मिठाई के कारखानों और ज्वैलर्स की दुकानों पर जाकर वहां काम करने वाले लोगों की जांच की। पुलिस ने उन इलाकों की भी जांच की जहां दूसरे राज्यों के लोग रहते हैं।

पुलिस उप अधीक्षक ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में लोग व्यापार और मजदूरी के लिए डीडवाना आते हैं। ऐसे में उन लोगों की आड़ में कई बांग्लादेशी भी घुसपैठ कर सकते हैं। इसके लिए दूसरे राज्यों से आए सभी लोगों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यदि कोई बाहरी व्यक्ति बिना वैध दस्तावेजों के पाया गया और कोई बांग्लादेशी व्यक्ति भारत में अवैध रूप से रहता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की पुलिस ने तलाश तेज कर दी है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जयपुर समेत विभिन्न जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने जयपुर में बड़ी संख्या में संदिग्धों को पकड़ा था। बाद में जब उनके दस्तावेजों की जांच की गई, तो उनमें से कई बांग्लादेशी नागरिकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए थे। पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया। यह लोग लंबे समय से दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर जयपुर में रह रहे थे।

–आईएएनएस

एफजेड/


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