1933 में आए एक छोटे से विचार ने 1938 में लिया आकार, सुपरमैन की यात्रा यूं ही नहीं शानदार

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। सुपरमैन दुनिया के सबसे मशहूर और सबसे पसंदीदा सुपरहीरो में से एक है। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई सुपरमैन को जानता है और पसंद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुपरमैन पहली बार कब और कैसे कॉमिक्स के पन्नों पर आया था?
सुपरमैन की शुरुआत बेहद दिलचस्प है। 1933 में एक युवा लड़के, जेरी सीगल ने सुपरमैन की पहली कहानी लिखी थी। उस समय सुपरमैन एक अच्छा हीरो नहीं बल्कि एक विलेन था, जो अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करता था। उसके बाद जेरी सीगल और उनके दोस्त जो शस्टर ने मिलकर सुपरमैन को पूरी तरह बदल दिया। जो शुस्टर चित्र बनाने का काम करते थे। दोनों ने उसे अच्छा, ताकतवर और दयालु सुपरहीरो बनाया। उन्होंने सुपरमैन को एक एलियन, यानी दूसरे ग्रह से आया हुआ बताया, जिसके पास खास शक्तियां थीं और वह एक पत्रकार क्लार्क केंट के रूप में चुपचाप आम जीवन जीता था।
30 जून, 1938 को सुपरमैन की पहली कॉमिक ‘एक्शन कॉमिक 1’ प्रकाशित हुई। इसे काफी पसंद किया गया और सुपरमैन तेजी से लोकप्रिय हो गया। इसके बाद कई कॉमिक्स, कार्टून, टीवी शो और फिल्मों में सुपरमैन की कहानियां बताई गईं। सुपरमैन के पास कई खास शक्तियां थीं, जैसे कि वह तेज दौड़ता था, तेज उड़ता था और बेहद ताकतवर था। इसके अलावा, वह हमेशा सही और गलत में फर्क करता था और कमजोर लोगों की मदद करता था।
सुपरमैन की एक और खास बात यह थी कि उसके कई दोस्त और दुश्मन भी उसके साथ जुड़े थे। उसकी सबसे प्रसिद्ध दोस्त और प्रेमिका लोइस लेन थी, जो एक बहादुर और समझदार रिपोर्टर थी। वह सुपरमैन को पसंद करती थी, लेकिन वह उसकी असली पहचान, क्लार्क केंट, से दूर-दूर रहती थी। इसके अलावा, सुपरमैन का सबसे खतरनाक दुश्मन लेक्स लूथर था, जो हमेशा दुनिया को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाता रहता था। सुपरमैन और लेक्स लूथर की लड़ाई की कहानियां बहुत रोमांचक और मजेदार होती थीं।
सुपरमैन की कहानियों ने बच्चों को न केवल मनोरंजन दिया, बल्कि उनमें अच्छाई, बहादुरी और सच्चाई की भावना भी जगाई। सुपरमैन ने हमेशा यही सिखाया कि हमें हमेशा सही के लिए लड़ना चाहिए और कमजोरों की मदद करनी चाहिए। उनकी कहानियां बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गईं।
सुपरमैन का असर सिर्फ कॉमिक्स तक सीमित नहीं रहा। उसने टीवी और फिल्मों में भी बहुत लोकप्रियता हासिल की। 1950 के दशक में टीवी पर सुपरमैन का एक शो आया, जिसमें दिवंगत एक्टर जॉर्ज रीव्स ने सुपरमैन का किरदार निभाया, जो बच्चों को बहुत पसंद आया। इसके बाद कई सुपरमैन फिल्में बनीं, जिनमें क्रिस्टोफर रीव ने सुपरमैन का रोल निभाया। उनकी फिल्मों ने सुपरहीरो की दुनिया को और भी बड़ा बनाया। आज भी नए टीवी शो और फिल्मों में सुपरमैन की कहानियां दिखाई जाती हैं, जो नई पीढ़ी को पसंद आती हैं।
सुपरमैन की खास पहचान उसके पहनावे में भी थी। सुपरमैन के शुरुआती डिजाइनरों ने सर्कस के मजबूत पुरुषों और अन्य एथलीटों को ध्यान में रखते हुए उनकी पोशाक बनाई। लाल और नीले रंग की पोशाक, उस पर ‘एस’ लोगो और बाहरी अंडरवियर को 1930 के दशक के एथलेटिक और सर्कस के मजबूत पुरुषों के कपड़ों से प्रेरित होकर डिजाइन किया गया था।
ये किरदार बहुत ही विनम्र और दयालु था इसलिए लोगों के दिलोदिमाग पर छा गया। सुपरमैन का असली नाम क्लार्क केंट है, जो एक आम इंसान की तरह सरल और शर्मीला होता है। यह बताता है कि असली ताकत दिखावे में नहीं बल्कि अंदर की अच्छाई और दिल में होती है। यह बात बच्चों को यह समझाती है कि हमें कभी भी अपने आप को कम नहीं समझना चाहिए और हमेशा अच्छाई के रास्ते पर चलना चाहिए।
सुपरमैन के साथ जुड़ी कुछ रोचक बातें भी हैं, जैसे कि उसके कई प्रेमी पात्रों के नाम के पहले अक्षर एलएल होते हैं, जैसे लोइस लेन, लाना लैंग आदि। साथ ही, सुपरमैन के कई किरदारों ने मिलकर बच्चों के लिए अनेक मजेदार कहानियां बनाई हैं।
इस कैरेक्टर की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि अमेरिका के एक छोटे से शहर का नाम भी मेट्रोपोलिस रखा गया। दरअसल, मेट्रोपोलिस सुपरमैन की कहानी का काल्पनिक शहर है। वहां सुपरमैन की मूर्तियां लगी हैं। हर साल यहां उसके नाम पर त्योहार मनाया जाता है। इस तरह सुपरमैन न केवल कॉमिक्स का एक सुपरहीरो है, बल्कि बच्चों की सोच, हिम्मत और सपनों का एक जीवंत उदाहरण भी है।
–आईएएनएस
पीके/केआर