प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दावे के एक दिन बाद, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि वे माताओं और बहनों के साथ सोने का हिसाब करेंगे और फिर इसे वितरित करेंगे। कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि उन्हें इतिहास में ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने भारतीय महिलाओं के स्वामित्व वाले सोने के आभूषणों की सबसे बड़ी बिक्री और गिरवी की देखरेख की।
प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में रविवार को एक रैली में कहा था कि कांग्रेस की योजना लोगों की गाढ़ी कमायी और संपत्ति ‘घुसपैठियों’ तथा ‘ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले लोगों’ को देने की है। मोदी ने कहा था, ‘‘ये अर्बन नक्सल वाली सोच…. मेरी माताओं- बहनों ये आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे। इस हद तक चले जाएंगे।”
पीएम मोदी के कार्यकाल में बेचे गए सबसे ज्यादा सोना
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी को इतिहास में एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद किया जाएगा जिनके कार्यकाल में भारत की महिलाओं के सबसे ज़्यादा सोने के आभूषण बेचे और गिरवी रखे गए।’’
जयराम रमेश ने दावा किया कि नोटबंदी, गलत ढंग से डिजाइन की गई जीएसटी, बिना किसी तैयारी के लगाए गए लॉकडाउन और ख़राब कोविड राहत पैकेज जैसी आर्थिक आपदाओं ने भारत के परिवारों को कर्ज के उच्चतम स्तर (जीडीपी का 40 प्रतिशत) के जाल में फंसा दिया। शुद्ध बचत अब तक के सबसे निचले स्तर (जीडीपी के पांच प्रतिशत) पर है। परिवारों को अपना सोना बेचने या गिरवी रखकर लोन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। ’’
कांग्रेस नेता ने पीएम पर लगाए कई आरोप
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सिर्फ महामारी के दौरान, मोदी सरकार की अक्षमता, लापरवाही और कुप्रबंधन के कारण, भारत की महिलाओं को कॉलेटरल के रूप मे 60,000 करोड़ रुपए से अधिक के सोने का त्याग करना पड़ा था। बैंकों द्वारा अखबारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन देकर उनके सोने की नीलामी की गई।’’