30 देशों के 90 प्रवासी भारतीयों संग 400 श्रद्धालु रविवार को अयोध्या पहुंचे हैं। दिल्ली स्टडी ग्रुप के मुखिया डॉ़ विजय जौली के नेतृत्व में पहुंचे श्रद्धालुओं ने देर शाम पावन सलिला मां सरयू की महाआरती में सहभागिता की। सरयू की भव्यता व महाआरती का साक्षी बनकर सभी श्रद्धालु निहाल दिखे। श्रद्धालुओं का दल सोमवार को रामलला के दरबार में हाजिरी लगाएगा।
डॉ़ विजय जौली ने बताया कि उनकी संस्था से विश्व के कई देश जुड़े हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले डॉ़ जौली के नेतृत्व में 156 देशों की पवित्र नदियों का जल एकत्रित किया गया था। इसमें पाकिस्तान व बाबर की जन्मस्थली का भी जल शामिल था। समारोहपूर्वक यह जल 23 अप्रैल वर्ष 2023 को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपा गया था। इसी जल से रामलला की चौखट व मंदिर का अभिषेक किया गया था।
डॉ़ जौली ने बताया कि राम मंदिर बनने के बाद अब रामराज्य की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। विश्व के 156 देशों के जल को उन्होंने एक पात्र में एकत्र कर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सुरक्षित रखा था। प्राण प्रतिष्ठा से पहले पिछले साल दिसंबर माह में यह जल विहिप के संरक्षक मंडल सदस्य दिनेंद्र चंद्र को सौंपा गया था। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में इस जल का प्रयोग किया गया था।
उन्होंने कहा कि विश्व के कई देशों के प्रवासी भारतीयों की आस्था राम मंदिर व अयोध्या से जुड़ी है। ऐसे में इन सभी प्रवासी भारतीयों ने अयोध्या पहुंचकर रामलला के दरबार में दर्शन का निर्णय लिया और अब सभी पहुंचे हैं। रामलला के दरबार में दर्शन कर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने की कामना की जाएगी। सोमवार को सभी श्रद्धालु राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, आरएसएस नेता राम लाल, विहिप संरक्षक दिनेश चंद्र व अशोक तिवारी की अगुवाई में रामलला के दरबार में दर्शन-पूजन करेंगे।