भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण यानी ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) ने सोमवार को भारत में दूरसंचार ग्राहकों के आंकड़ों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में दूरसंचार ग्राहकों की संख्या फरवरी 2024 में पिछले महीने यानी जनवरी की तुलना में 0.38 प्रतिशत बढ़कर 119.7 करोड़ हो गई है।
शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं की बढ़ी संख्या
शहरी टेलीफोन सब्सक्रिप्शन 0.40 प्रतिशत बढ़ने के बाद 66.37 करोड़ हो गए हैं जबकि ग्रामीण टेलीफोन सब्सक्रिप्शन 0.34 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ बढ़कर 53.13 करोड़ हो गए हैं।
ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या में भी बढ़ोतरी
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ((Telecom Regulatory Authority of India)) द्वारा जारी मासिक ग्राहक रिपोर्ट के अनुसार, कुल ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या भी फरवरी के अंत में 91.67 करोड़ हो गई। जबकि यह संख्या जनवरी के अंत में 91.10 करोड़ थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, कुल ब्रॉडबैंड ग्राहकों का 98.35 प्रतिशत टॉप पांच सर्विस प्रोवाइडर्स के ग्राहकों के रूप में सामने आया है। इनमें रिलायंस जियो इन्फोकॉम, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया, बीएसएनएल और एट्रिया कन्वर्जेंस शामिल है-
सर्विस प्रोवाइडर | कुल ब्रॉडबैंड ग्राहकों का प्रतिशत |
रिलायंस जियो इन्फोकॉम | 52.2% |
भारती एयरटेल | 29.41% |
वोडाफोन आइडिया | 13.80% |
बीएसएनएल | 2.69% |
एट्रिया कन्वर्जेंस | 0.24% |
वायरलाइन और वायरलेस क्षेत्रो में बढ़े ग्राहक
रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में वायरलाइन और वायरलेस दोनों क्षेत्रों में सभी सर्किलों में ग्राहक आधार में वृद्धि दर्ज की गई।
फरवरी के अंत में वायरलाइन ग्राहकों की संख्या 1.73 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर के साथ 3.31 करोड़ हो गई।
भारत में समग्र वायरलाइन टेली-घनत्व जनवरी 2024 के अंत में 2.33 प्रतिशत से बढ़कर फरवरी 2024 के अंत में 2.37 प्रतिशत हो गया।
ट्राई ने कहा कि बीएसएनएल, एमटीएनएल और एपीएसएफएल, तीन पीएसयू एक्सेस सेवा प्रदाताओं के पास 29 फरवरी, 2024 तक वायरलाइन बाजार में 28.18 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
वायरलेस ग्राहकों की कुल संख्या 0.34 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर के साथ बढ़कर 116.46 करोड़ हो गई।
शहरी क्षेत्रों के समान 0.34 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर से ग्रामीण क्षेत्रों में वायरलेस सदस्यता 52.67 करोड़ से बढ़कर 52.85 करोड़ हो गई।
निजी एक्सेस सेवा प्रदाताओं की ज्यादा रही हिस्सेदारी
29 फरवरी, 2024 तक, निजी एक्सेस सेवा प्रदाताओं के पास वायरलेस ग्राहकों की 92.05 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी थी, जबकि बीएसएनएल और एमटीएनएल की बाजार हिस्सेदारी केवल 7.95 प्रतिशत थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए 1.15 करोड़ अनुरोध प्राप्त हुए।
पोर्टेबिलिटी सेवाओं की शुरुआत के बाद से अब तक प्राप्त अनुरोधों की सबसे अधिक संख्या उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में उत्तर प्रदेश-पूर्व (लगभग 8.86 करोड़) और दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में मध्य प्रदेश (लगभग 7.33 करोड़) से है।