केरल के एक सरकारी पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के एक छात्र की मौत मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार छह लोगों को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और सातवें व्यक्ति को आज पूछताछ के लिए पलक्कड़ से हिरासत में लिया गया है।
हॉस्टल में लटका मिला था छात्र का शव
वहीं इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस ने सत्तारूढ़ माकपा की छात्र शाखा एसएफआइ पर छात्र की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है। विश्वविद्यालय के द्वितीय वर्ष के छात्र 20 वर्षीय सिद्धार्थन का शव 18 फरवरी को छात्रावास के स्नानघर में लटका हुआ मिला था।
कांग्रेस का यह आरोप सिद्धार्थन के पिता के उस दावे के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआइ) के कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने छात्रावास में उनके बेटे को तीन दिन तक पीटा था। एसएफआइ ने आरोप से इन्कार किया है।
पिता ने लगाया रैगिंग का आरोप
सिद्धार्थन के पिता ने एक टीवी चैनल को बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनके बेटे के शरीर पर कई चोटें थीं और पेट खाली था जिससे पता चलता है कि उसे दो-तीन दिन तक खाना नहीं खाने दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पता चला है कि रैगिंग के दौरान उनके बेटे की पिटाई की गई।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि आरोपित एसएफआइ कार्यकर्ता हैं और उन्होंने छात्र को पीट-पीटकर मार डाला। कांग्रेस नेता ने कहा कि पुलिस अभी तक इस मामले में आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है क्योंकि उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोपितों को जल्द पकड़ा जाए, अन्यथा कांग्रेस विरोध-प्रदर्शन करेगी।
सीएम पिनाराई ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राज्य पुलिस प्रमुख को छात्र की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने का निर्देश दिया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।