यूपी के पहले इलेक्ट्रिक वाहन प्लांट की शुरुआत के बाद देश का पहला ईवी बैटरी प्लांट भी यहां आ सकता है। वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली अशोक लीलैंड अगले 18 महीने में अपना पहला ईवी कॉमर्शियल वाहन पेश कर देगा। ईवी बस ‘स्विच’ सहित कई वाहन इलेक्ट्रिक रूप में यहां से निकलेंगे। वाहन निर्माण के बाद समूह की योजना इसे और विस्तार देने की है। भविष्य में स्कूटर इंडिया की जमीन पर ई-वाहनों के लिए बैटरी प्लांट लगाने की भी योजना है।
अशोक लीलैंड के धीरज हिंदुजा और एमडी रेशू बाजपेयी ने बताया कि अभी स्कूटर इंडिया की 70 एकड़ जमीन ली है। जहां ई-वाहन बनाने वाला ग्रीन प्लांट लगेगा। रेन वाटर भंडारण के लिए एक बड़ा तालाब फैक्टरी परिसर में होगा तो ये जीरो कार्बन उत्सर्जन की दिशा में जाने वाला प्लांट होगा। अगले साल सितंबर तक पहला ई-वाहन तैयार हो जाएगा।
प्लांट की क्षमता 2500 वाहन की है, जिसे 5000 वाहन तक बढ़ाया जा सकता है। पहले चरण में एक हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा। उन्होंने संभावना जताई कि ई-वाहनों की मांग को देखते हुए भविष्य में स्कूटर इंडिया की शेष 70 एकड़ जमीन भी ली जा सकती है। इस जमीन पर बैटरी का उत्पादन किया जाएगा, अभी बैटरी बाहर से आती हैं।
बताया कि ई-वाहन और बैटरी उत्पादन संयंत्र से लखनऊ और उसके आसपास के 125 किलोमीटर के उद्यमियों को सीधा लाभ होगा। सहायक इकाइयों की स्थापना इस दायरे में सबसे ज्यादा होगी। यानी कि अशोक लीलैंड के प्लांट से लखनऊ के अलावा उन्नाव, कानपुर, कानपुर देहात, रायबरेली सहित पांच से ज्यादा जिलों के उद्योग पनपेंगे।