पुतिन ने कहा, ट्रम्प की तुलना में बाइडेन का राष्ट्रपति बनना रूस के लिए बेहतर


वाशिंगटन, 15 फरवरी (आईएएनएस)। यूक्रेन पर हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और नाटो सहयोगियों के निशाने पर आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दुनिया को चौंकाते हुए कहा, “अमेरिका में बाइडन का राष्ट्रपति बनना रूस के लिए बेहतर है।”

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को एक ऑन-कैमरा साक्षात्कार में क्रेमलिन समर्थक पत्रकार पावेल ज़रुबिन से कहा, “डोनाल्ड ट्रम्प की तुलना में जो बाइडेन का राष्ट्रपति बनना रूस के लिए बेहतर होगा।”

पुतिन ने कहा कि बाइडेन रूस के लिए बेहतर होंगे “क्योंकि वह अधिक अनुभवी व्यक्ति हैं, उनके बारे में अनुमान लगाया जा सकता है, वह एक पुराने जमाने के राजनेता हैं।”

हालाँकि, उन्होंने कहा कि रूस चुनाव में “अमेरिकी लोगों का विश्वास जीतने वाले किसी भी नेता के साथ काम करेगा।”

पुतिन ने यह भी कहा कि अमेरिका में मौजूदा प्रशासन के कार्यों का मूल्यांकन करने के लिए उसकी “राजनीतिक स्थिति” को देखना चाहिए।

पुतिन ने यूक्रेन में रूस के युद्ध के संदर्भ में कहा, “मेरा मानना है कि मौजूदा प्रशासन की स्थिति बेहद हानिकारक और गलत है।”

पुतिन के अनुसार, अगर मार्च 2022 में इस्तांबुल में एक बैठक के दौरान समझौतों को कायम रखा जाता तो यह युद्ध “डेढ़ साल पहले समाप्त हो सकता था”। पुतिन ने यह नहीं बताया कि वह किन समझौतों का जिक्र कर रहे हैं।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें खेद है कि उन्होंने फरवरी 2022 से पहले “यूक्रेन में सक्रिय कार्रवाई शुरू नहीं की”। उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी नेताओं ने “पूर्व में नाटो का विस्तार नहीं करने” के बारे में रूस से झूठ बोला था।

पुतिन ने कहा, “हम यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की संभावना को लेकर चिंतित थे, और हैं, क्योंकि इससे हमारी सुरक्षा को खतरा है।”

पुतिन ने यह भी आरोप लगाया कि मिन्स्क समझौते, 2015 में यूक्रेन और रूस द्वारा हस्ताक्षरित एक युद्धविराम प्रोटोकॉल, कभी भी बनाए रखने के लिए नहीं था, बल्कि “यूक्रेन को अतिरिक्त हथियारों से लोड करने के लिए समय निकालने के लिए” इस्तेमाल किया गया था।

रूसी नेता ने धुर दक्षिणपंथी मीडिया हस्ती टकर कार्लसन के साथ अपने हालिया साक्षात्कार पर भी निराशा व्यक्त की।

पुतिन ने कहा, “मैंने ईमानदारी से सोचा था कि वह आक्रामक होंगे और कठिन सवाल पूछेंगे। मैं न केवल इसके लिए तैयार था, मैं ऐसा चाहता था, क्योंकि इससे मुझे कठिन जवाब देने का मौका मिलता।”

उन्होंने कहा, “सच कहूं तो मैंने उस साक्षात्कार का पूरा आनंद नहीं उठाया।”

–आईएएनएस

एकेजे/


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