कोविड-19 संपर्क का पता लगाने वाला सिस्‍टम एसटीआई के लिए भी हो सकता है फायदेमंद : शाेेध

कोविड-19 संपर्क का पता लगाने वाला सिस्‍टम एसटीआई के लिए भी हो सकता है फायदेमंद : शाेेध

वेलिंगटन, 28 जनवरी (आईएएनएस)। एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 की पहचान के लिए उपयोग किए गए सिस्टम की तरह ही यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के लिए भी प्रणाली तैयार करनेे से बेहतर परिणाम सामने आ सकते हैं और क्लैमाइडिया, गोनोरिया और सिफलिस सहित एसटीआई के परिणामों में भी सुधार देखा जा सकता है।

न्यूजीलैंड में ओटागो विश्‍वविद्यालय के सार्वजनिक स्वास्थ्य रजिस्ट्रार डॉ. कैट्रिओना मरे के अनुसार, कई मरीज अपने संपर्कों को स्वयं बताना पसंद करते हैं और उन्हें अच्छी जानकारी और समर्थन के साथ ऐसा करने में मदद की जरूरत होती है।

मरे ने कहा कि शोध से संकेत मिलता है कि एसटीआई संपर्क अनुरेखण, जिसे पार्टनर नोटिफिकेशन भी कहा जाता है, अक्सर अधूरा होता है और यह प्रक्रिया अपर्याप्त संसाधन वाली होती है।

न्यूजीलैंड मेडिकल जर्नल में प्रकाशित पेपर में उन्होंने कहा, ”एक केंद्रीकृत प्रणाली एसटीआई की अधिसूचना के लिए अधिक सुसंगत और व्यापक दृष्टिकोण को सक्षम करेगी और पहले से ही बढ़े हुए चिकित्सकों पर कुछ बोझ कम करेगी।”

मरे ने कहा, “हमें एसटीआई की उच्च और असमान दरों को कम करने और यौन संपर्क के माध्यम से फैलने वाले नए या उभरते संक्रमणों पर तेजी से प्रतिक्रिया करने की अनुमति देने के लिए अधिक संसाधनों की जरूरत है।”

हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर ”नेशनल कांटेक्ट ट्रेसिंग सर्विस” स्थापित की गई तो विश्‍वास और गोपनीयता को लेकर चिंताएं बनी रहेंगी। उन्होंने स्थानीय क्षेत्र के ज्ञान के महत्व और समलैंगिक, उभयलिंगी और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले अन्य पुरुषों और स्वदेशी लोगों के लिए सांस्कृतिक सुरक्षा की जरूरत पर भी जोर दिया।”

”उच्च स्तर का विश्‍वास स्पष्ट रूप से सफल भागीदार अधिसूचना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और कुछ आबादी के लिए इसे विश्‍वसनीय स्थानीय प्रदाताओं के जरिए सर्वोत्तम रूप से प्राप्त किया जा सकता है, जिन्हें केंद्रीय विशेषज्ञता द्वारा जरूरत के मुताबिक समर्थित किया जा सकता है।”

मरे ने कहा कि हालांकि उद्देश्य सरल है, एसटीआई के लिए भागीदार अधिसूचना को सफलतापूर्वक लागू करना मुश्किल हो सकता है, खासकर ऐसे मामलों में जहां ऐसी जटिलताएं हैं जिनके लिए सांस्कृतिक, चिकित्सा और कानूनी विशेषज्ञता की जरूरत हो सकती है। रोगी की सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होती है और हिंसा का खतरा होने पर संपर्कों को सूचित नहीं किया जाता है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एसटीआई सेवाओं की कमी है और एक ”नेशनल एसटीआई कांटेक्ट ट्रेसिंग वर्कफोर्स” सीधे मामलों और संपर्कों को या स्थानीय चिकित्सकों का समर्थन करके लगातार विशेषज्ञ टेलीहेल्थ सेवा प्रदान कर सकता है।

उन्‍होंने कहा, “हम एक केंद्रीकृत एसटीआई संपर्क ट्रेसिंग सर्विस की स्थापना के जरिए सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त कर सकते हैं, जो स्थानीय चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण और सहायता भी प्रदान करता है।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसजीके

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