गूगल का लेटेस्ट एआई ल्यूमियर इमेज से बन सकता है 5 सेकंड का वीडियो

गूगल का लेटेस्ट एआई ल्यूमियर इमेज से बन सकता है 5 सेकंड का वीडियो

नई दिल्ली, 28 जनवरी (आईएएनएस)। गूगल ने ल्यूमियर नाम से एक नया वीडियो जेनरेशन एआई मॉडल पेश किया है जो स्पेस-टाइम-यू-नेट यानी एसटीयूनेट नामक एक नए प्रसार मॉडल का उपयोग करता है। ल्यूमियर छोटे फ्रेम्स को एक साथ रखने के बजाय एक प्रोसेस में 5-सेकंड का वीडियो बनाता है।

यह टेक्नोलॉजी यह पता लगाती है कि वीडियो (स्पेस) में चीजें कहां हैं और वे एक साथ कैसे चलती और बदलती हैं (समय)।

गूगल के शोधकर्ताओं ने पेपर में कहा, “हम एक स्पेस-टाइम यू-नेट आर्किटेक्चर पेश करते हैं जो मॉडल में सिंगल पास के जरिए एक ही बार में वीडियो की पूरी टेम्पोरल ड्यूरेशन उत्पन्न करता है।”

डिज़ाइन कंटेंट क्रिएशन टास्क और वीडियो एडिटिंग एप्लीकेशन की एक वाइड रेंज की सुविधा प्रदान करता है, जिसमें इमेज-टू-वीडियो, वीडियो इनपेंटिंग और स्टाइलिश जनरेशन शामिल है।

ल्यूमियर टेक्स्ट-टू-वीडियो जनरेशन कर सकता है, इमेज को वीडियो में परिवर्तित कर सकता है। इमेज का उपयोग कर कई स्टाइल में वीडियो तैयार कर सकता है। टेक्स्ट-बेस्ड प्रांप्ट का उपयोग कर लगातार वीडियो एडिट कर सकता है और इमेज के विशिष्ट क्षेत्रों को एनिमेट कर सिनेमोग्राफ बना सकता है।

गूगल शोधकर्ताओं ने कहा कि एआई मॉडल पांच-सेकंड लंबे 1024 गुना 1024 पिक्सेल वीडियो आउटपुट करता है, जिसे वे “कम-रिज़ॉल्यूशन” के रूप में वर्णित करते हैं।

ल्यूमियर स्टेबल वीडियो डिफ्यूजन के 25 फ्रेम की तुलना में 80 फ्रेम भी उत्पन्न करता है।

पेपर के लेखकों ने कहा, “हमारी टेक्नोलॉजी के साथ फेक या हार्मफुल कंटेंट बनाने के लिए दुरुपयोग का जोखिम है, और हमारा मानना ​​है कि सुरक्षित और निष्पक्ष उपयोग सुनिश्चित करने के लिए टूल्स डेवलप करना और लागू करना महत्वपूर्ण है।”

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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