बाबा विश्वनाथ दरबार की ज्योति अयोध्या के प्रभु श्रीराम दरबार में जाएगी। प्रभु श्रीराम वनवास की स्मृति में बाबा दरबार की यह अखंड ज्योति राममंदिर में 14 वर्षों तक जलेगी। शनिवार को काशी से शुरू होने वाली अखंड ज्योति यात्रा देशभर के 32 रामपथ होकर रामेश्वर तक जाएगी। इस दौरान श्रीराम पाठशाला खोलने की मांग की जाएगी।
मुक्तिबोध समिति के अध्यक्ष पशुपतिनाथ ने शुक्रवार को बताया कि शनिवार को दोपहर तीन बजे बाबा विश्वनाथ मंदिर में पूजन-अर्चन के बाद गेट नंबर चार से तीन फीट की रामज्योति शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के चितरंजन पार्क के पहुंचने के बाद इस रामज्योति को वाहन के जरिये अयोध्या ले जाया जाएगा।
यात्रा 25 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी और वहां पर ज्योति स्थापित की जाएगी। तीन फीट की श्रीरामज्योति में 20 लीटर घी भरा जाएगा, जो करीब 45 घंटे तक जलेगा। 14 वर्षों तक इसके जलाने का खर्च समिति मंदिर प्रशासन को देगी। अयोध्या में रामज्योति स्थापित करने के बाद ये यात्रा चित्रकूट, महाराष्ट्र, कर्नाटक होते हुए रामेश्वरम तक जाएगी।
-यात्रा 25 को अयोध्या पहुंचेगी और वहां पर यह ज्योति स्थापित की जाएगी। तीन फीट की इस श्रीरामज्योति में 20 लीटर घी भरा जाएगा, जो 45 घंटे तक जलेगा।
-अयोध्या में रामज्योति स्थापित करने के बाद यह यात्रा चित्रकूट, महाराष्ट्र, कर्नाटक होते हुए रामेश्वरम तक जाएगी।