योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2024 : लक्ष्य, प्रणॉय ने पेरिस की दौड़ में सुपर 750 स्टेट्स की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला

योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2024 : लक्ष्य, प्रणॉय ने पेरिस की दौड़ में सुपर 750 स्टेट्स की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला

नई दिल्ली, 15 जनवरी, (आईएएनएस)। एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता एचएस प्रणॉय और राष्ट्रमंडल खेलों के मौजूदा चैंपियन लक्ष्य सेन ने योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2024 की सुपर 750 स्टेट्स के महत्व पर जोर दिया और बताया कि किस तरह टूर्नामेंट से प्राप्त अतिरिक्त अंक पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

पिछले साल सुपर 500 से सुपर 750 का दर्जा प्राप्त, बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) द्वारा आयोजित योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2024, 16 से 21 जनवरी तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में होने वाला है।

बीडब्ल्यूएफ के अध्यक्ष पॉल-एरिक होयर ने कहा, “पिछले दशक में भारत खेल की शक्तियों में से एक के रूप में उभरा है। योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन जैसे आयोजनों की इस क्रम में महत्वपूर्ण भूमिका रही है, क्योंकि भविष्य के खिलाड़ी और प्रशंसक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को करीब से देखकर प्रेरित होते हैं। जैसे-जैसे समय पेरिस 2024 के करीब आ रहा है, वैसे-वैसे उत्साह और भी बढ़ गया है। मैं कामना करता हूं कि एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर पर निस्संदेह एक सुपर सप्ताह होगा। इसके लिए सभी को शुभकामनाएं।”

यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट भारतीय खिलाड़ियों को अपने घरेलू मैदान पर काफी उच्च रैंकिंग अंक अर्जित करने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे पेरिस ओलंपिक के लिए योग्यता की उनकी तलाश बढ़ जाएगी।

बीएआई महासचिव संजय मिश्रा ने कहा, “योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन लंबे समय से भारतीय बैडमिंटन के लिए एक विरासत टूर्नामेंट के रूप में खड़ा है। मील के पत्थर की जीत और करियर में परिवर्तनकारी क्षणों के लिए एक निर्णायक मैदान होने के कारण इसमें खेलने वाले खिलाड़ियों के सपने सच हो गए हैं।

“यह चैंपियनशिप हमेशा से भविष्य के चैंपियनों के लिए एक मजबूत मंच रहा है। साथ ही इसने नये खिलाड़ियों के लिए उपयोगी मैदान की भूमिका निभाई है। जैसा कि हम भारत में सबसे बड़े बैडमिंटन शो को देखने की तैयारी कर रहे हैं, शानदार वातावरण और तीव्र प्रतिस्पर्धा इस इवेंट को देश भर के प्रशंसकों के लिए एक अविस्मरणीय मौक़ा बनाने का वादा करती है।”

2023 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता प्रणॉय, जो वर्तमान में रेस टू पेरिस रैंकिंग में 8वें स्थान पर हैं, चीनी ताइपे के चोउ टीएन चेन के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करते हुए रैंकिंग में ऊपर चढ़ने का लक्ष्य रखेंगे।

टूर्नामेंट में हाई क्वालिटी प्रतिस्पर्धा पर प्रकाश डालते हुए, एचएस प्रणॉय ने कहा, “योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन मेरे लिए बहुत महत्व रखता है, लेकिन, यह वर्ष ज़्यादा ख़ास है क्योंकि यह ग्रीष्मकालीन ओलंपिक से पहले मेरी रैंकिंग में सुधार करने के लिए एक आधार प्रदान करेगा। घरेलू धरती पर खेलने से अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलेगा और हमारे प्रशंसकों का समर्थन प्रेरणा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है।”

पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन नियमों के अनुसार, 30 अप्रैल, 2024 तक भारत के दो पुरुष एकल खिलाड़ी शीर्ष -16 में शामिल हो सकते हैं।

वर्तमान में रेस टू पेरिस रैंकिंग में 17वें स्थान पर मौजूद सेन, जिन्होंने 2022 में योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन जीता था, प्रतिष्ठित दूसरा स्थान हासिल करने पर नज़र रखते हुए, उभरती प्रतिभा प्रियांशु के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।

लक्ष्य सेन ने कहा, “2022 में योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन जीतना मेरे करियर को आकार देने में आधारशिला रहा है, और मैं पेरिस योग्यता के संदर्भ में टूर्नामेंट की इसी तरह की प्रभावशाली भूमिका की आशा करता हूं। प्रियांशु के खिलाफ शुरुआत करना कठिन होगा, लेकिन मैं टूर्नामेंट में रैंकिंग में आगे बढ़ने की अपनी संभावनाओं को लेकर आशावादी हूं।”

8,50,000 अमेरिकी डॉलर के पुरस्कार पूल के साथ, योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2024 में 23 देशों के कुल 247 शटलर भाग लेंगे जो अपने मनमोहक प्रदर्शन से प्रशंसकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।

मौजूदा विश्व चैंपियन थाईलैंड के कुनलावुत विटिडसर्न भी टूर्नामेंट की शोभा बढ़ाने वाले सितारों की फेहरिस्त का हिस्सा होंगे क्योंकि वह अपने योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन खिताब की रक्षा के लिए तैयार हैं।

कुनलावुत विटिडसर्न ने कहा, “मैं योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन में गत चैंपियन के रूप में वापसी करके रोमांचित हूं। इस बार प्रतिस्पर्धा कड़ी होने का वादा है, लेकिन, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाने और एक बार फिर कोर्ट पर अपना सब कुछ देने के लिए तैयार हूं।”

शीर्ष वरीयता प्राप्त डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन, सिंगापुर के पूर्व विश्व चैंपियन लोह कीन यू और एशियाई खेल 2022 के कांस्य पदक विजेता जापान के कोडाई नाराओका सहित पुरुष एकल बीडब्ल्यूएफ विश्व रैंकिंग के मौजूदा शीर्ष 10 में शामिल सभी शटलर मंच पर उतरेंगे।

महिला एकल वर्ग में, तीन बार की चैंपियन थाईलैंड की रत्चानोक इंतानोन और दो बार की विश्व चैंपियन अकाने यामागुची और रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता नोज़ोमी ओकुहारा की जापानी जोड़ी प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं।

विक्रमादित्य धर, प्रबंध निदेशक, सनराइज स्पोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, “योनेक्स-सनराइज भारत में जमीनी स्तर से लेकर शीर्ष स्तर तक बैडमिंटन को बढ़ावा देने में हमेशा सबसे आगे रहा है और पिछले दशक में इस खेल ने जो विकास देखा है उस पर हमें गर्व है।

योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन देश में बैडमिंटन के भविष्य को आकार देने, एथलीटों को प्रेरित करने और बैडमिंटन बिरादरी को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”

“भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी वैश्विक मंच पर असाधारण प्रदर्शन कर रहे हैं, देश के लिए कई सम्मान ला रहे हैं, जिसमें ऐतिहासिक थॉमस कप जीत के साथ-साथ विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों जैसे अन्य बहु-राष्ट्रीय आयोजनों में पदक जीतना शामिल है। इस तरह के लगातार प्रदर्शन ने बैडमिंटन को सुर्खियों में ला दिया है क्योंकि यह अब भारत में पुरुष-महिला द्वारा दूसरा सबसे अधिक खेला जाने वाला खेल है।”

पुरुष एकल में पांच, महिला एकल में चार, दोनों युगल श्रेणियों में दस-दस और मिश्रित युगल में आठ खिलाड़ियों के साथ, जापान टूर्नामेंट में सबसे बड़े दल के साथ दावा पेश कर रहा है, जिसमें सभी श्रेणियों में कुल 37 खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।

जापान के बाद, चीन ने 34 खिलाड़ियों वाला दूसरा सबसे बड़ा दल मैदान में उतारा है, उसके बाद चीनी ताइपे ने 23 खिलाड़ियों को शामिल किया है।

हितेंद्र दवे, प्रबंधक एवं सीईओ, एचएसबीसी इंडिया ने कहा, एचएसबीसी में, हमें ग्लोबल बैंकिंग पार्टनर और एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर के टाइटल प्रायोजक के रूप में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन के साथ जुड़ने पर गर्व है। हम इस सहयोग के माध्यम से अपने ग्राहकों, सहकर्मियों और बैडमिंटन के प्रति उनके जुनून से जुड़ने के लिए उत्साहित हैं।

दुनिया के सबसे बड़े बैंकिंग और वित्तीय सेवा संगठनों में से एक के रूप में, एचएसबीसी चार ओलंपिक खेलों – गोल्फ, रग्बी, बैडमिंटन और फुटबॉल का भागीदार है। यह हमारे ब्रांड के वादे – ‘अवसर की दुनिया खोलना’ को साकार करने में हमारी मदद करता है – और हमारा लक्ष्य खेल को सभी के लिए अधिक समावेशी और सुलभ बनाकर एक सार्थक प्रभाव पैदा करना, रुचि और भागीदारी बढ़ाना है।

प्रणॉय और सेन के साथ, 10 खिलाड़ियों वाले भारतीय दल का नेतृत्व पुरुष युगल में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और पुरुष एकल वर्ग में पूर्व विश्व नंबर-1 किदांबी श्रीकांत करेंगे।

महिला युगल में ट्रीसा जॉली-गायत्री गोपीचंद और अश्विनी पोनप्पा-तनिषा क्रैस्टो की जोड़ियां रेस टू पेरिस रैंकिंग में अपनी स्थिति मजबूत करने का लक्ष्य रखेंगी।

टूर्नामेंट का प्रसारण यूरोस्पोर्ट्स और जियोसिनेमा पर किया जाएगा और बैडमिंटन प्रेमी सभी छह दिनों में खिलाड़ियों को मुफ्त में एक्शन में देखने का आनंद ले सकते हैं क्योंकि बीएआई ने टूर्नामेंट के लिए प्रवेश मुफ्त रखने का फैसला किया है।

–आईएएनएस

आरआर/

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