13 किलोमीटर का रास्ता 3100 बिल्डिंगों का रिकंस्ट्रक्शन आसान नहीं था अयोध्या को सजाना!

13 किलोमीटर का रास्ता 3100 बिल्डिंगों का रिकंस्ट्रक्शन आसान नहीं था अयोध्या को सजाना!

अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। इसको लेकर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। लेकिन इतने कम समय में रामनगरी को भव्य बनाना आसान नहीं था। अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने पीटीआई से बात करते हुए बताया कि कम समय में अयोध्या का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करना काफी चैलेंजिंग रहा। रामनगरी को सुंदर और इम्प्रेसिव बनाने के लिए न सिर्फ रोड का निर्माण किया गया, बल्कि उसकी क्वालिटी पर विशेष ध्यान दिया गया। भवनों के निर्माण के लिए फसाड जारी किया गया है। इसके अलावा अयोध्या को सजाने के लिए कई कंपनियों से सलाह ली गई। इसमें जो भी करने योग्य था, वो सब किया गया। सीएम योगी का सहयोग अहम रहा। बिना उनके सहयोग के यह संभव नहीं था।

बड़े व्यवसाइयों ने भी बढ़चढ़कर लिया हिस्सा

प्रदेश सरकार ने लगातार आर्थिक सहयोग किया। रामनगरी को भव्य बनाने के लिए जो भी आईडिया सीएम योगी के सामने पेश किया उन्होंने अप्रूव किया और सराहा। उन्होंने बताया कि अयोध्या में जो भी आकर्षक इंट्री गेट लगे हैं, वह किसी न किसी बड़े बिजनेसमैन ने गिफ्ट किया है।

देढ़ साल से दिन-रत चल रहा कम

उन्होंने कहा कि करीब देढ़ वर्ष से दिन रात काम चल रहा है। हमें हार्ड वर्किंग टीम मिला जिसका परिणाम आप लोगों के सामने है। शुरुआत में तो यह कठिन लग रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने विश्वास किया तो हम लोगों ने तय किया और लग गए। टाइमलाइन के अनुसार लग गए। सभी ने अपने कार्य को ईमानदारी पूर्ण किया जिससे यह संभव हो सका।

फसाड का काम काम रहा चैलेंजिंग

फसाड का काम काम काफी चैलेंजिंग रहा। 13 किलोमीटर रास्ता पर 3100 बिल्डिंग को ध्वस्त करके फिर से बनाया गया। यह सबसे बड़ा चैलेंज रहा। आज अयोध्या जो इतना सुंदर दिख रहा इसमें फसाड गाइडलाइन के कारण ही संभव हो पाया। इन सब कार्यों के लिए पॉलिटिकल विल का काफी महत्व होता है। सीएम योगी ने पूरा सहयोग किया। क्योंकि बिना उनके सहयोग के यह संभव नहीं था।

रामभक्तों के लिए विशेष व्यवस्था

भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को अयोध्या में देश-विदेश से करीब 11 हजार वीआईपी मेहमान आएंगे। इसके बाद भारी संख्या में राम भक्त अयोध्या में पहुंचेगे। इस दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया गया है। इसके लिए भारी संख्या में सफाई कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। भीड़ के अनुसार पब्लिक ट्वाइलेट बनवाया गया है। इसके अलावा कार पार्किंग की व्यवस्था की गई। राम भक्तों के रुकने के लिए कई धर्मशाला भी अयोध्या में है। इसके अलावा 25 से 30 हजार राम भक्तों को रुकने के लिए करीब तीन महीने के लिए एक स्पेशल धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है। जिससे राम भक्तों को अच्छा महसूस होगा।

गौरव दयाल ने बताया कि आने वाले समय में अयोध्या में टूरिज्म को काफी बढ़ावा मिलेगा। जिससे होटल्स व छोटे बड़े उद्यमियों को काफी बढ़ावा मिलेगी। जिसे देख कर बड़े इन्वेस्टर्स आएंगे। क्योंकि अयोध्या छोटा शहर है आने वाले समय में अगल बगल के जिलों को भी शामिल किया जाएगा।

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