गणतंत्र दिवस परेड में बढ़ेगी महिला शक्ति की भागीदारी,बैंड और मोटरसाइकिल टुकड़ियों में सिर्फ महिलाएं

गणतंत्र दिवस परेड में बढ़ेगी महिला शक्ति की भागीदारी,बैंड और मोटरसाइकिल टुकड़ियों में सिर्फ महिलाएं

इंडिया गेट के माध्यम से 17वीं शताब्दी का लाल किला भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की मार्चिंग टुकड़ियों में प्रत्येक में 144 कर्मी होंगे जबकि बैंड टीमों में 72 सदस्य होंगे। दिल्ली पुलिस में भी गणतंत्र दिवस परेड के दौरान मार्चिंग और बैंड टुकड़ियों में इस बार सिर्फ महिलाएं होंगी। सीएपीएफ केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करते हैं।

इस बार गणतंत्र दिवस की परेड का कुछ और ही नजारा होने वाला है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को होने वाली परेड के दौरान सिर्फ महिलाओं की मार्चिंग, बैंड और मोटरसाइकिल टुकड़ियों का प्रदर्शन होगा। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सशस्त्र सीमा बल जैसे सीएपीएफ की महिला कर्मियों वाली ”संयुक्त” डेयर डेविल बाइकर्स टीम परेड में पहली बार यह कारनामा करने जा रही है।

उन्होंने कहा कि 350 सीसी रायल एनफील्ड बुलेट पर सवार ये महिला कर्मी आकाश में विभिन्न भारतीय वायु सेना के विमानों के केंद्रीय मंच पर पहुंचने से पहले परेड मार्ग से गुजरेंगी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल , एसएसबी और बीएसएफ की महिलाएं मार्चिंग और बैंड टीमें वार्षिक परेड में सीएपीएफ टुकडि़यों का हिस्सा होंगी जो रायसीना हिल्स में सत्ता के गढ़ पर चढ़ाई करेंगी।

इंडिया गेट के माध्यम से 17वीं शताब्दी का लाल किला, भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की मार्चिंग टुकड़ियों में प्रत्येक में 144 कर्मी होंगे जबकि बैंड टीमों में 72 सदस्य होंगे। दिल्ली पुलिस में भी गणतंत्र दिवस परेड के दौरान मार्चिंग और बैंड टुकडि़यों में इस बार सिर्फ महिलाएं होंगी। सीएपीएफ केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करते हैं। सीमा सुरक्षा और वीआइपी सुरक्षा कार्यों के अलावा विभिन्न आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों को पूरा करने के लिए इनकी तैनाती की जाती है।

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