पाकिस्तान में इमरान खान और पीटीआई सबसे लोकप्रिय

पाकिस्तान में इमरान खान और पीटीआई सबसे लोकप्रिय

लाहौर, 2 जनवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान में विभिन्न राजनीतिक नेताओं और पार्टियों की स्थिति के बारे में नए जमीनी आकलन से पता चलता है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पीटीआई देश भर में सबसे लोकप्रिय हैं।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जानकार सूत्रों ने कहा कि पंजाब प्रांत में पीटीआई और पीएमएल-एन के बीच लोकप्रियता का बड़ा अंतर था लेकिन अब ये पीएमएल-एन के पक्ष में जाने लगा है। यह अंतर 15 प्रतिशत से घटकर लगभग 5 प्रतिशत हो गया है।

दो प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच राष्ट्रव्यापी लोकप्रियता का अंतर अभी भी पीटीआई को पीएमएल-एन की तुलना में कहीं अधिक लोकप्रिय दिखाता है।

द न्यूज ने बताया, पंजाब के मामले में, पीएमएल-एन ने सुधार दिखाया है और प्रांत में आम चुनावों में पीटीआई को अच्छी प्रतिस्पर्धा देने के करीब है।

सूत्रों ने नए सर्वेक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि पीटीआई की देशव्यापी वर्तमान लोकप्रियता 2018 में उसकी लोकप्रियता से अधिक है, जब पिछला आम चुनाव हुआ था।

पीएमएल-एन के मामले में, पार्टी की लोकप्रियता 2018 में जहां थी, उससे कम है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि अप्रैल 2022 के बाद पंजाब में पीएमएल-एन की लोकप्रियता में लगातार सुधार हो रहा है।

8 फरवरी के आम चुनाव से पहले अगले पांच सप्ताह राजनीतिक दलों के साथ-साथ मतदाताओं के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि जैसे-जैसे हर गुजरते दिन के साथ राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा, वैसे-वैसे मतदाताओं का रुझान भी बदलेगा।

चुनाव परिणामों के बारे में सर्वेक्षण और आकलन तब अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं जब मतदान के दिन के करीब किए जाते हैं।

पिछले साल जून-जुलाई में गैलप द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला था कि 38 प्रतिशत लोगों को पीटीआई, 16 प्रतिशत को पीएमएल-एन, 10 प्रतिशत को पीपीपी, 15 प्रतिशत को टीएलपी, 9 प्रतिशत को जेआई और 6 प्रतिशत को एमक्यूएमपी पसंद है।

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सर्वेक्षण में बताया गया है कि नेताओं में इमरान खान की रेटिंग सबसे अधिक 60 प्रतिशत है, उसके बाद साद रिज़वी और परवेज़ इलाही 38 प्रतिशत के साथ हैं; शाह महमूद क़ुरैशी 37 प्रतिशत; नवाज़ शरीफ़ 36 प्रतिशत; शहबाज़ शरीफ़ 35 प्रतिशत, मरियम नवाज़ 30 प्रतिशत, शाहिद खाकन अब्बासी 28 प्रतिशत और अन्य हैं।

–आईएएनएस

एसकेपी

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