जालना (महाराष्ट्र), 30 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जयकारों और तालियों के बीच वीडियो-लिंक के जरिए नई जालना-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई, उसके बाद ट्रेन मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस की अपनी पहली यात्रा के लिए रवाना हुई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मौजूद थे, जबकि केंद्रीय रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे-पाटिल और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस और अन्य गणमान्य व्यक्ति जालना में मौजूद थे।
फड़नवीस ने कहा कि यह महाराष्ट्र में छठी वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा है और जल्द ही इसकी रेक लातूर में निर्मित की जाएगी।
दानवे-पाटिल ने कहा कि ट्रेन यात्रियों को आधुनिक, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करेगी और इसके 8 कोचों में 530 यात्री बैठ सकते हैं।
अब भारत में वंदे भारत रेलवे की कुल संख्या 34 हो गई है और मनमाड और छत्रपति संभाजीनगर के बीच रेलवे ट्रैक दोहरीकरण के लिए लगभग 1,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
दानवे-पाटिल ने कहा, काम मार्च तक शुरू होने वाला है और अगले मार्ग का सर्वेक्षण शुरू हो गया है और इसके लिए धन आवंटित किया गया है। वह फड़नवीस और अन्य लोगों के साथ नई ट्रेन में मुंबई के लिए रवाना हुए।
जालना-मुंबई (सीएसएमटी) वंदे भारत एक्सप्रेस मराठवाड़ा क्षेत्र को सेवा देने वाली श्रृंखला की पहली एक्सप्रेस है और यह जालना, छत्रपति संभाजीनगर, मनमाड, नासिक जैसे महत्वपूर्ण शहरों को राज्य की राजधानी से जोड़ेगी।
पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन में स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे, सभी रेंज में आरामदायक सीटें, चेयर कारों में एर्गोनोमिक रिक्लाइनर और एक्जीक्यूटिव क्लास में 360 डिग्री घूमने वाली सीटें जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं हैं।
जीपीएस-सक्षम यात्री सूचना सुविधा यात्रा के दौरान ट्रेन की लाइव जानकारी प्रदान करती है।
प्रत्येक कोच में मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, हॉटकेस, बोतल कूलर, डीप फ्रीजर और बेहतर पहुंच के साथ प्रत्येक सीट के लिए गर्म पानी की बोतल के प्रावधान के साथ एक मिनी पैंट्री है, विकलांगों के लिए अनुकूल, प्रत्येक कोच में एयरोसोल आधारित आग का पता लगाने और दमन प्रणाली, बेहतर हथौड़ा के साथ सीसीटीवी कैमरे हैं। आपातकालीन स्थिति में आसान पहुंच के लिए बॉक्स कवर, प्रत्येक कोच में खुलने योग्य खिड़कियां, अग्निशामक यंत्र, अलार्म बटन, टॉकबैक इकाइयां और स्पर्श मुक्त सुविधाओं के साथ आधुनिक बायो-वैक्यूम शौचालय भी हैं।
–आईएएनएस
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