मुंबई, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। बैंकों का शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात सितंबर 2023 में घटकर कई साल के निचले स्तर 0.8 प्रतिशत पर आ गया, जो देश के वित्तीय क्षेत्र की मजबूती को दर्शाता है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (जीएनपीए) अनुपात कई वर्षों के निचले स्तर 3.2 प्रतिशत पर आ गया है।
सितंबर 2023 में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) क्षेत्र के लचीलेपन में सीआरएआर (जोखिम परिसंपत्ति अनुपात के लिए पूंजी) 27.6 प्रतिशत, जीएनपीए अनुपात 4.6 प्रतिशत और संपत्ति पर रिटर्न (आरओए) 2.9 प्रतिशत के साथ सुधार हुआ है।
यह रिपोर्ट वित्तीय स्थिरता और देश की वित्तीय प्रणाली के लचीलेपन के जोखिमों पर वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को दर्शाती है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि नवंबर 2023 में किए गए एक प्रणालीगत जोखिम सर्वेक्षण में, एक-चौथाई उत्तरदाताओं ने कहा कि वैश्विक वित्तीय प्रणाली की स्थिरता में उनका विश्वास पिछले छह महीने में कम हो गया है। हालाँकि, उनमें से 95 प्रतिशत से अधिक ने महसूस किया कि भारतीय वित्तीय प्रणाली की स्थिरता या तो बढ़ी है या अपरिवर्तित बनी हुई है।
आरबीआई ने कहा है कि लगभग 80 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि एक साल में देश के बैंकिंग क्षेत्र की संभावनाएं या तो बेहतर हुई हैं या अपरिवर्तित बनी हुई हैं, जो देश के बैंकिंग क्षेत्र की लचीलापन और मजबूती को रेखांकित करता है।
–आईएएनएस
एकेजे