कोरोना के नए वैरिएंट के बढ़ते संक्रमण ने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ा दी हैं। एम्स और बीआरडी में भर्ती सर्दी-खांसी व सांस के 26 गंभीर रोगियों की जांच हो चुकी है। इनमें से सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। लखनऊ के अस्पतालों में भर्ती गोरखपुर के रहने वाले तीन लोगों के कोरोना संक्रमित होने की सूचना मिली। सीएमओ ने कहा कि जिन मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उनका गोरखपुर से कनेक्शन है तो उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी।
देश भर में जेएन-1 के नए केस सामने आ रहे हैं। हर दिन संक्रमण बढ़ रहा है। हालांकि, पूर्वांचल के 93 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी बन चुकी है। शासन ने सर्दी-जुकाम और सांस के गंभीर मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोविड जांच का निर्देश दे दिया है।
इसके बाद से ही एम्स में फ्लू की अलग से ओपीडी संचालित हो रही है। वहीं, भर्ती मरीजों की जांच भी शुरू हो गई है। एम्स प्रशासन के मुताबिक 14 लोगों की जांच की गई है। इनमें से सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके अलावा बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी 12 मरीजों की जांच की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव बताई जा रही है।
सीएमओ डॉ. आशुतोष दुबे ने बताया कि जिन तीन लोगों के कोरोना पॉजीटिव होने की बात कही जा रही है, उनकी कोई जानकारी अभी नहीं मिली है। लेकिन शासन के निर्देशानुसार पहले ही एम्स और बीआरडी में भर्ती सर्दी-सांस के गंभीर मरीजों की कोरोना जांच कराई जा रही है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। हमारे पास जांच के लिए पर्याप्त संसाधन भी मौजूद हैं। बाहर से आने वालों की भी निगरानी कराई जाएगी। जिन मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उनका गोरखपुर से कनेक्शन है तो उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी।