मोहम्मद रफी की जन्मशती के उपलक्ष्य में पंजाब में बनाई जा रही 100 फीट ऊंची 'मीनार'

मोहम्मद रफी की जन्मशती के उपलक्ष्य में पंजाब में बनाई जा रही 100 फीट ऊंची 'मीनार'

मुंबई, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। मुंबई में महान सिंगर मोहम्मद रफी की जन्मशती के लिए भव्य समारोहों की तैयारी चल रही है। वहीं, पंजाब में उनके जन्मस्थान पर 100 फीट लंबा ‘रफी मीनार’ बनाया जा रहा है। इसकी जानकारी आयोजकों ने शनिवार को दी।

मुख्य समारोह रविवार को वर्ल्ड ऑफ मोहम्मद रफी वेलफेयर फाउंडेशन (डब्ल्यूएमआरडब्ल्यूएफ) और श्री शनमुखानंद फाइन आर्ट्स एंड संगीत सभा (एसएसएफएएसएस) के सहयोग से शनमुखानंद हॉल में आयोजित किया जाएगा, जिसमें 2024 के अगले 12 महीनों के लिए निर्धारित इवेंट्स की एक सीरीज के साथ, 24 दिसंबर, 2024 (24 दिसंबर, 1924 – 31 जुलाई, 1980) को रफी के 100वें जन्मदिन पर एक मेगा संगीतमय क्रैसेन्डो में समापन होगा।

डब्ल्यूएमआरडब्ल्यूएफ के संस्थापक-निदेशक एन. आर. वेंकिटाचलम ने आईएएनएस को बताया, ”शताब्दी वर्ष में हर एक कैलेंडर मंथ की 24 तारीख को 12 स्पेशल कॉन्सर्ट होंगे, जिनमें केवल मोहम्मद रफी के गाने होंगे। हम पूरे भारत से लोकप्रिय ‘रफी स्पेशल’ को परफॉर्म करने और रफी साहब की यादों को जीवंत करने के लिए आमंत्रित करेंगे।”

उन्होंने कहा, ”शनमुखानंद हॉल में दर्शकों के अलावा, दुनिया भर में रफी के फैंस के लिए सभी शो यूट्यूब पर लाइव-स्ट्रीम किए जाएंगे।”

वेंकिटाचलम ने कहा, ”कॉन्सर्ट में म्यूजिक डायरेक्टर्स, लिरिसिस्ट और एक्टर्स शामिल होंगे, जिनके लिए मोहम्मद रफी ने गाया था।”

एसएसएफएएसएस के अध्यक्ष डॉ. वी. शंकर ने कहा, ”शो के साथ-साथ गरीबों के लिए चैरिटेबल, मेडिकल और सोशल इनिशिएटिव की एक सीरीज भी शुरू की जाएगी, जो रफी कॉन्सर्ट की आय से वित्त पोषित होगी।”

एसएसएफएएसएस शनमुखानंद सामुदायिक धर्मार्थ अस्पताल में रफी के नाम पर एक बंदोबस्ती शुरू करेगा, जिसके तहत प्रतिदिन एक मरीज को मुफ्त किडनी डायलिसिस प्रदान किया जाएगा, यह डायलिसिस केंद्र भारत में दूसरा सबसे बड़ा केंद्र है।

इसके अलावा, एसएसएफएएसएस ने एक युवा संगीतकार के लिए ‘श्री शनमुखानंद मोहम्मद रफी सेंटेनरी मेमोरियल अवार्ड’ की स्थापना की है, जिसमें हर साल 5 लाख रुपये का नकद इनाम, एक ट्रॉफी और महान गायक की जयंती (24 दिसंबर) पर शनमुखानंद हॉल में एक लाइव कॉन्सर्ट होता है।

किसी भी सिंगर के लिए यूनिक इनिशिएटिव में, एसएसएफएएसएस और डब्लूएमआरडब्ल्यूएफ अमृतसर (पंजाब) के पास कोटला सुल्तान सिंह गांव में उनके जन्मस्थान पर मोहम्मद रफी की याद में 100 फीट (30.5 मीटर) लंबा ‘रफी मीनार’ (बुर्ज) का निर्माण कर रहे हैं।

वेंकिचलम ने कहा, ”’रफी मीनार’ स्टील से बना होगा, और इस पर रफी साहब के 100 टॉप सॉन्ग के साथ उकेरा जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ियों को उनके गायन के माध्यम से मानव जीवन को समृद्ध बनाने में उनके बहुमूल्य योगदान की याद दिलाई जा सके। सबसे ऊपर भारतीय ध्वज शान से लहराएगा। स्मारक 2024 की पहली छमाही में तैयार हो जाएगा।”

इसके अलावा, दोनों संगठन मोहम्मद रफी के संस्थान, सरकारी प्राथमिक उर्दू स्कूल का भी पुनर्निर्माण कर रहे हैं, जहां उन्होंने उसी गांव में एक अन्य उच्च शिक्षण संस्थान में जाने से पहले कक्षा चौथी तक पढ़ाई की थी।

वेंकिटाचलम ने कहा, जिन्होंने ‘मोहम्मद रफ़ी मेमोरियल’ का निर्माण किया था और गायक की 92वीं जयंती पर 2016 में मुंबई के बांद्रा में एक सड़क का नाम बदलने की व्यवस्था की थी, “हम रफी साहब के स्कूल को सभी सुविधाओं के साथ पूरी तरह से पुनर्निर्मित करेंगे, कंप्यूटर प्रदान करेंगे और तीसरी कक्षा में जहां उन्होंने पढ़ाई की थी, उनकी याद में म्यूजिक सेक्शन शुरू किया जाएगा।”

आयोजकों ने भारत सरकार से मोहम्मद रफी शताब्दी के लिए 100 रुपये का स्मारक सिक्का, इंडियापोस्ट द्वारा 5 रुपये का डाक टिकट, महाराष्ट्र पोस्टल सर्कल के माध्यम से एक विशेष कवर और पोस्टकार्ड जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने राज्य और केंद्र से गायक की कर्मभूमि मुंबई में उनके स्थायी स्मारक के लिए जमीन देने की अपील की।

–आईएएनएस

पीके/एबीएम

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