मानवता का आधार चंद्रमा पर होना चाहिए, शहर मंगल पर : मस्क

मानवता का आधार चंद्रमा पर होना चाहिए, शहर मंगल पर : मस्क

सैन फ्रांसिस्को, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने सोमवार को कहा कि पिछली बार चंद्रमा पर उतरने के बाद आधी सदी बीत चुकी है, जो मानवता के लिए निराशाजनक है और अब हमें अंतरिक्ष में रहने का आधार बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए।

1969 में अपोलो 11 मिशन ने पहली बार मानव को चंद्रमा पर उतारा।

कमांडर नील आर्मस्ट्रांग और लूनर मॉड्यूल पायलट बज़ एल्ड्रिन ने 20 जुलाई, 1969 को अपोलो लूनर मॉड्यूल ईगल को उतारा और आर्मस्ट्रांग छह घंटे और 39 मिनट बाद, 21 जुलाई को चंद्रमा की सतह पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति बने।

19 मिनट बाद एल्ड्रिन उनके साथ शामिल हो गए, और उन्होंने उस साइट की खोज में लगभग सवा दो घंटे एक साथ बिताए, जिसे लैंडिंग के बाद उन्होंने ट्रैंक्विलिटी बेस नाम दिया था।

मस्क ने एक्स पर पोस्ट किया, “पहली उड़ान से लेकर चंद्रमा पर उतरने तक केवल 66 साल, लेकिन अब आखिरी चंद्रमा पर उतरने के बाद से आधी सदी बीत चुकी है।”

उन्होंने कहा कि यह “सभ्यता के रूप में हमारा उच्च जल चिह्न” नहीं हो सकता।

एक्स के मालिक ने कहा, “मानवता के पास चंद्रमा का आधार होना चाहिए, मंगल ग्रह पर शहर होना चाहिए और वहां सितारों के बीच होना चाहिए।”

मस्क की पृथ्वी की कक्षा से परे यात्रा करने की बड़ी योजनाएं हैं।

उन्होंने पिछले दिनों कहा था, “हमें चंद्रमा पर एक बेस बनाना चाहिए, जैसे चंद्रमा पर स्थायी रूप से कब्जा किया गया मानव बेस होना चाहिए और फिर लोगों को मंगल ग्रह पर भेजना चाहिए। हो सकता है कि अंतरिक्ष स्टेशन से परे भी कुछ हो, हम देखेंगे।”

तकनीकी अरबपति ने भविष्यवाणी की है कि स्पेसएक्स का स्टारशिप मेगा रॉकेट तीन या चार वर्षों में मंगल ग्रह पर एक मानवरहित मिशन बना सकता है।

–आईएएनएस

सीबीटी

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