चीन-सऊदी अरब-ईरान त्रिपक्षीय संयुक्त समिति की पहली उप-मंत्रालयी बैठक

चीन-सऊदी अरब-ईरान त्रिपक्षीय संयुक्त समिति की पहली उप-मंत्रालयी बैठक

बीजिंग, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। चीन-सऊदी अरब-ईरान त्रिपक्षीय संयुक्त समिति की पहली बैठक पेइचिंग में संपन्न हुई। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय पोलित ब्यूरो के सदस्य, सीपीसी केंद्रीय कमेटी के वैदेशिक मामले आयोग के कार्यालय के निदेशक वांग यी ने सऊदी अरब और ईरान के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख के साथ सामूहिक रूप से मुलाकात की।

बैठक में पेइचिंग समझौते के कार्यान्वयन की प्रगति पर चर्चा की गई। सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री वालिद अल-हुरैज़ और ईरान के उप विदेश मंत्री अली बाघेरी-कानी ने प्रतिनिधि मंडलों का नेतृत्व करते हुए बैठक में भाग लिया। बैठक में चीन के समर्थन से इस साल मार्च में हुए पेइचिंग समझौते के बाद से सऊदी अरब और ईरान द्वारा पेइचिंग समझौते के नेतृत्व में हासिल किए गए सकारात्मक परिणामों की समीक्षा की गई।

सऊदी अरब और ईरान दोनों ने चीन की महत्वपूर्ण भूमिका और इस बैठक की मेजबानी के लिए अपनी सराहना व्यक्त की। सऊदी अरब और ईरान दोनों ने पेइचिंग समझौते को पूरी तरह से लागू करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। चीन ने इस बात पर जोर दिया कि वह रचनात्मक भूमिका निभाना जारी रखेगा और संबंधों को मजबूत करने के लिए कदम उठाने में सऊदी अरब और ईरान का समर्थन करेगा।

तीनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में त्रिपक्षीय सहयोग पर विचार-विमर्श किया। तीनों पक्षों ने गाजा पट्टी और जॉर्डन नदी के पश्चिमी तट की स्थिति में मौजूदा देरी के बारे में चिंता व्यक्त की। उनका विचार है कि यह क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि गाजा पट्टी में सैन्य अभियान तुरंत रोका जाना चाहिए। प्रतिभागियों ने इस बात पर बल दिया कि त्रिपक्षीय संयुक्त समिति की बैठक आयोजित होती रहेगी और सऊदी अरब साम्राज्य के निमंत्रण पर जून 2024 में सऊदी अरब में संयुक्त समिति की दूसरी बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

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