नानयिन संगीत:चीनी संगीत के इतिहास में जीवित जीवाश्म

नानयिन संगीत:चीनी संगीत के इतिहास में जीवित जीवाश्म

बीजिंग, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। 14वें चीन छ्वानचो अंतर्राष्ट्रीय नानयिन संगीत महासभा का उद्घाटन समारोह 7 दिसंबर की रात को दक्षिण चीन के फ़ूच्येन प्रांत के छ्य्वानचो शहर में आयोजित किया गया, जो 5वें समुद्री सिल्क रोड अंतर्राष्ट्रीय कला महोत्सव की शुरुआत है।

नानयिन संगीत महासभा के दौरान, फिलीपींस, मलेशिया, सिंगापुर आदि देशों के साथ-साथ चीन के थाईवान, हांगकांग और मकाओ आदि क्षेत्रों से 38 घरेलू और विदेशी नानयिन सोसायटी एक साथ एकत्र होकर शानदार और मधुर संगीत पेश करेंगे।

बता दें कि नानयिन संगीत की उत्पत्ति थांग राजवंश में हुई और इसका विकास सोंग राजवंश में हुआ। इसकी उत्पत्ति छ्य्वनचो में हुई और इसका इतिहास हजारों साल पुराना है। थांग और सोंग राजवंशों के दौरान भीतरी इलाके के अप्रवासियों ने संगीत संस्कृति को दक्षिणी फ़ूच्येन क्षेत्र में लाया और स्थानीय लोक संगीत के साथ एकीकृत करके नानयिन संगीत का गठन किया।

चीनी भाषा में ‘नान’ का अर्थ दक्षिण, और ‘यिन’ का अर्थ संगीत होता है। नानयिन संगीत चीन में संगीत के सबसे पुराने मौजूदा प्रकारों में से एक है। यह चीन की उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसे ‘चीनी संगीत के इतिहास में जीवित जीवाश्म’ के रूप में जाना जाता है। साल 2009 में इसे यूनेस्को द्वारा मानव जाति के गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया था।

हज़ारों वर्षों से, नानयिन संगीत छ्य्वानचो में बहुत लोकप्रिय रहा है, यहां तक कि यह चीन के थाईवान, हांगकांग, और मकाओ आदि क्षेत्रों, तथा फिलीपींस, इंडोनेशिया, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, म्यांमार, और वियतनाम जैसे दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में भी फैल गया है।

गौरतलब है कि 5वां समुद्री सिल्क रोड अंतर्राष्ट्रीय कला महोत्सव 8 से 13 दिसंबर तक छ्य्वानचो शहर में आयोजित हो रहा है। इस दौरान, अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी, अंतर्राष्ट्रीय नायिन संगीत महासभा और गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत प्रदर्शनी आदि प्रमुख कला उत्सव आयोजित किए जाएंगे।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

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