नई दिल्ली, 8 नवंबर (आईएएनएस)। भारत अब शॉर्ट-फॉर्म वीडियो प्लेटफॉर्म पर 250 मिलियन (25 करोड़) यूजर्स तक पहुंच गया है, जिनमें से लगभग 70 प्रतिशत टियर -2 शहरों और अन्य अर्ध शहरी और ग्रामीण केंद्रों से आते हैं, जो अक्सर मध्यम और उच्च आय पृष्ठभूमि से आते हैं।
भारतीय एसएफवी प्लेटफार्मों पर लगभग 64 प्रतिशत यूजर बेस में 25 साल की उम्र तक के व्यक्ति शामिल थे।
मार्केट रिसर्च फर्म रेडसीर की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 प्रतिशत से भी कम भारतीय एसएफवी यूजर्स मैच्योर यूजर्स हैं।
यूजर-जनरेटेड इनफ्लुएंसर (यूजीसी) कंटेंट प्लेटफार्मों ने 3.5 मिलियन इनफ्लुएंसर लोगों या नए जमाने की मशहूर हस्तियों का एक इकोसिस्टम बनाने में मदद की है जो देश में एसएफवी प्लेटफार्मों के ग्रोथ इंजन के रूप में काम करते हैं।
2020 में टिकटॉक बैन ने कंटेंट में एक बड़ी कमी पैदा कर दी, जिसे इंडियन और इंटरनेशनल शॉर्ट-फॉर्म वीडियो प्लेटफॉर्म ने पूरा दिया गया।
चूंकि 40 प्रतिशत यूजर्स इन प्लेटफार्मों पर ऑनलाइन लेनदेन कर रहे हैं, मोनेटाइजेशन के अवसर कई गुना हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह देखा गया है कि ई-कॉमर्स, ऑनलाइन गेमिंग और ओटीटी वीडियो स्ट्रीमिंग साइट्स पर मोनेटाइजेशन फैसिलिटी यूजर्स के बीच लोकप्रियता हासिल कर रही हैं।
मुकेश कुमार ने कहा, “भारतीय एसएफवी प्लेटफार्मों की बढ़ती लोकप्रियता एक स्वागत योग्य डेवलपमेंट है। इसने भारत में डिजिटलीकरण के दायरे को आगे बढ़ाया है और अपने डेटा-आधारित और भाषा-समावेशी दृष्टिकोण के माध्यम से प्लेटफार्मों, ब्रांडों और यूजर्स के लिए मूल्य को अधिकतम कर रहा है।”
उन्होंने कहा कि लाइव कॉमर्स और लाइव गिफ्टिंग जैसे नए जमाने के मॉडल मोनेटाइजेशन के स्तर को बढ़ाने में व्यवहार्य साबित हो सकते हैं।’
वैश्विक एसएफवी प्लेटफॉर्म शहरी यूजर्स के बीच लोकप्रिय हो सकते हैं, भारतीय एसएफवी प्लेटफॉर्मों में नॉन-मेट्रो और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में दर्शकों के बीच अधिक रुचि देखी गई है, जिसका मुख्य कारण स्थानीय प्रतिभाओं द्वारा बनाए गए गुणवत्तापूर्ण क्षेत्रीय भाषा के कंटेंट की उपलब्धता है।
लगभग 45 प्रतिशत भारतीय एसएफवी यूजर्स अर्ध-शहरी और ग्रामीण केंद्रों में रहते हैं और गेमिंग से लेकर ई-कॉमर्स तक अलग-अलग इंटरनेट प्लेटफार्मों के साथ बातचीत करते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, ”’हुक एंड हीरो’ नैरेटिव के नेतृत्व वाले कंटेंट यूजर डेमोग्राफिक्स तक पहुंचने में प्रभावी हैं। एसएफवी प्लेटफॉर्म ओरिजनल और रिलेटेबल कंटेंट का घर हैं, जो 2022 में 92 प्रतिशत की तुलना में 2023 में 99 प्रतिशत तक बढ़ गया है।”
–आईएएनएस
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