अमेरिका में लेविस्टन शहर में गोलीबारी में 22 की मौत, जाने कौन है मुख्य आरोपी?

अमेरिका में लेविस्टन शहर में गोलीबारी में 22 की मौत, जाने कौन है मुख्य आरोपी?

अमेरिका के लेविस्टन में बुधवार देर रात को भी गोलीबारी की घटना हुई जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई। वहीं पुलिस ने गोलीबारी करने वाले व्यक्ति की पहचान रॉबर्ट कार्ड के रूप में की है। आरोपी व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है। पुलिस द्वारा जारी एक बयान में बताया गया है कि आरोपी रॉबर्ट कार्ड सेना द्वारा प्रशिक्षित हथियार प्रशिक्षक है जिसको हाल ही में मानसिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए प्रतिबद्ध किया गया था

अमेरिका में गोलीबारी की घटना थमने का नहीं ले रही है। अमेरिका के लेविस्टन में बुधवार देर रात को भी गोलीबारी की घटना हुई, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई। वहीं, पुलिस ने गोलीबारी करने वाले व्यक्ति की पहचान रॉबर्ट कार्ड के रूप में की है। आरोपी व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है। पुलिस द्वारा जारी एक बयान में बताया गया है कि आरोपी रॉबर्ट कार्ड सेना द्वारा प्रशिक्षित हथियार प्रशिक्षक है, जिसको हाल ही में मानसिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए प्रतिबद्ध किया गया था।

अमेरिकी सेना में हथियार प्रशिक्षक है मुख्य आरोपी

राज्य पुलि ने अपने बुलेटिन में बताया गया कि रॉबर्ट कार्ड को मेने राज्य में अमेरिकी सेना आरक्षित प्रशिक्षण केंद्र में एक हथियार प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया गया था। बुलेटिन में कहा गया है कि मुख्य आरोपी रॉबर्ट कार्ड को 2023 की गर्मियों में दो सप्ताह के लिए मानसिक स्वास्थ्य की सुविधा देने की बात कही गई थी। हालांकि, बयान में उसके उपचार या स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

कार्ड की तलाश में जुटी पुलिस

मालूम हो कि मेने राज्य के लेविस्टन में हुई गोलीबारी करने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस तलाश कर रही है। लेविस्टन पुलिस ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया कि कार्ड ने गोलीबारी की है और उसको खतरनाक माना जाना चाहिए। पुलिस ने बताया कि बुधवार देर रात लेविस्टन में एक बॉलिंग एली और एक बार में हुई गोलीबारी में 22 लोगों की मौत हो गई है, जिसके कारण राज्य के दूसरे सबसे बड़े शहर में अराजकाता की स्थिति पैदा हो गई है।

राष्ट्रपति बाइडन ने की राज्य के गवर्नर से बात

व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया है कि गोलीबारी की घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने राज्य के गवर्नर जेनेट मिल्स से फोन पर बात कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है।

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