नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान में अग्रणी क्रेड ने गुरुवार को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए उसकी कुल आय वित्त वर्ष 2021-22 के 422 करोड़ रुपये की तुलना में 3.5 गुना (लगभग 252 प्रतिशत) बढ़कर 1,484 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी ने एक बयान में कहा, फिनटेक यूनिकॉर्न का घाटा (ईएसओपी लागत को छोड़कर) वित्त वर्ष 2011-22 में 1,167 करोड़ रुपये से 10 प्रतिशत कम होकर वित्त वर्ष 22-23 में 1,047 करोड़ रुपये हो गया।
क्रेड के संस्थापक कुणाल शाह ने कहा, ”लॉन्च के पांच साल बाद हमारा मानना है कि क्रेड और विवेकपूर्ण वित्तीय व्यवहार शीर्ष एक प्रतिशत की आदत बन रही है। हमारा ध्यान साख वाले लोगों को अधिक उत्पादों से पुरस्कृत करने पर रहता है, जो उनके जीवन और जीवनशैली को बेहतर बनाते हैं।”
कंपनी ने वित्त वर्ष 2013 में टीपीवी (कुल भुगतान मूल्य) में 77 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो वित्त वर्ष 2012 में 2.5 लाख करोड़ रुपये से 4.4 लाख करोड़ रुपये हो गई, और मासिक लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं में 58 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई।
कंपनी ने कहा, “आज, 90 प्रतिशत क्रेड सदस्य हर महीने कम से कम एक इनाम भुनाते हैं। एक औसत क्रेड मासिक लेन-देन उपयोगकर्ता अब एक महीने में 20 प्लस सत्र करता है, क्रेड अब भारत में चौथा सबसे बड़ा (मूल्य के हिसाब से) यूपीआई ऐप है।”
क्रेड ने कहा, “5 साल पहले जब हमने अपनी यात्रा शुरू की थी तब की तुलना में ग्राहक अधिग्रहण लागत 80 प्रतिशत कम हो गई थी।”
वित्त वर्ष 2013 में विपणन और व्यवसाय प्रचार खर्च 27 प्रतिशत कम होकर 713 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2012 में 975 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने कहा, ” हमने वित्त वर्ष 22-23 में उच्च आवृत्ति पर क्रेड के साथ जुड़ने के लिए सदस्यों को अधिक टचप्वाइंट के साथ मंच को मजबूत किया। इसके परिणामस्वरूप काफी अधिक जुड़ाव हुआ, जिससे सदस्यों को आकर्षित करने और सेवा देने की लागत कम होने के साथ-साथ मॉनेटाइजेशन के अवसर पैदा हुए।
–आईएएनएस
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