इस साल भारतीय बाज़ारों का प्रदर्शन अमेरिकी बाज़ारों से रहा कमज़ोर

इस साल भारतीय बाज़ारों का प्रदर्शन अमेरिकी बाज़ारों से रहा कमज़ोर

नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस) जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार का कहना है कि इस साल बाजार के प्रदर्शन की एक महत्वपूर्ण विशेषता अमेरिका के मुकाबले भारत का खराब प्रदर्शन है।

जहां एसएंडपी 500 वाईटीडी 17.6 प्रतिशत ऊपर है, वहीं निफ्टी केवल 6.3 प्रतिशत वाईडीडी ऊपर है। उन्होंने कहा, भारत में अपेक्षाकृत उच्च मूल्यांकन एक मजबूत रैली को बाधित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में इस साल अब तक कमजोर मानसून भी एक बड़ी चिंता के रूप में उभर रहा है।

निकट भविष्य में अनुकूल वैश्विक संकेतों से बाजार स्थिर रह सकता है। अमेरिकी उपभोक्ता सूचकांक बताता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था धीमी हो रही है। यदि इस शुक्रवार को अपेक्षित पेरोल डेटा इस प्रवृत्ति की पुष्टि करता है, तो फेड जल्द ही एक और दर वृद्धि का सहारा नहीं लेगा।

इस आकलन के कारण अमेरिकी बांड पैदावार और डॉलर सूचकांक में गिरावट आई है, इससे इक्विटी बाजार की धारणा में सुधार हुआ है। डॉलर में गिरावट सोने के लिए अनुकूल है। पूंजीगत सामान अब बाजार में एक मजबूत खंड है। उन्होंने कहा कि चिंता का विषय मिड-कैप और स्मॉल-कैप रैली में भाग लेने वाले शेयरों की खराब गुणवत्ता है।

बीएसई सेंसेक्स 351 अंक ऊपर 65,427 अंक पर है। जियो फाइनेंशियल 5 फीसदी, टाटा स्टील 2 फीसदी से ज्यादा ऊपर है।

–आईएएनएस

सीबीटी

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