सावन में शिव जी की पूजा करने से भय, रोग से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-शांति मिलती है..

सावन में शिव जी की पूजा करने से भय, रोग से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-शांति मिलती है..

सावन में पंचामृत का विशेष महत्व है। इसका प्रयोग सभी देवी-देवताओं की पूजा में किया जाता है। लेकिन महादेव को यह काफी प्रिय होता है। माना जाता है कि सावन में महादेव को पंचामृत अर्पित करने से सारी मनोकामना पूरी होती है। इसलिए इस माह में भक्त भगवान शिव का अभिषेक पंचामृत से करते हैं।तो आइए जानते हैं बनाने की विधि।

सावन का पवित्र महीना चल रहा है । इस बार सावन 2 महीने तक तक चलेगा। यह पूरा माह भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि सावन माह में भगवान शिव की पूजा पाठ करने के साथ मंत्रों का जाप, जलाभिषेक करने से मनोकामना पूरी होती है। मान्यता है कि सावन में शिव जी की पूजा करने से भय, रोग से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-शांति मिलती है।

वैसे तो पंचामृत का प्रयोग सभी देवी-देवताओं की पूजा में किया जाता है। लेकिन महादेव को यह काफी प्रिय होता है। सावन में महादेव को पंचामृत अर्पित करने का विशेष महत्व माना गया है। भक्त भगवान शिव का अभिषेक पंचामृत से करते हैं। तो आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीका।

इसे बनाना बेहद आसान होता है। तो आइए जानते हैं, पंचामृत बनाने का तरीका।

सामग्री

5-6 बड़े चम्मच दही, 1 बड़ा चम्मच घी, 2 कप दूध, 1 चम्मच ड्राई फ्रूट्स, 2 बड़े चम्मच पिसी हुई चीनी, 1 बड़ा चम्मच शहद, 4-5 तुलसी की पत्तियां।

बनाने की विधि

  • सबसे पहले बर्तन को अच्छी तरह धो लें और इसे साफ कपड़े से पोंछ लें।
  • अब इसमें दूध, दही, घी, शहद और चीनी डालें।
  • इम सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मथ लें।
  • चाहे तो इसे मथने के लिए ग्राइंडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • अब इसमें तुलसी के पत्ते डाल दें और कटे हुए ड्राई फ्रूंट्स भी मिला दें।
  • तैयार है पंचामृत।
  • इससे भगवान शिव का जलाभिषेक करें।

पंचामृत पांच पवित्र चीजों से बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए पांच अमृत तत्व- दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का इस्तेमाल किया जाता है। इसका प्रयोग भगवान के अभिषेक के लिए होता है।

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