वाराणसी। तेलंगाना से लगभग 1200 किमी साइकिल चलाकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए काशी पहुंचे तीन श्रद्धालुओं का भक्तिभाव देख कर लोग दंग रह गए। बाबा विश्वनाथ के प्रति श्रद्धालुओं का समर्पण भाव देखकर चौक थाने के प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्र ने गुरुवार को थाने में तीनों को अंगवस्त्र, रुद्राक्ष माला एवं काशी का प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया और उनको नाश्ता भी कराया।
साइकिल यात्रा का नेतृत्व करने वाले तेलंगाना निवासी गौजूला संबैया पुत्र राजलिंगम ने बताया कि अपने दो साथियों एन राजी रेड्डी और जगत्याल (दोनों पेशे से इंजीनियर) के साथ काशी का भ्रमण एवं बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन करने आए हैं। संबैया ने बताया कि मेरी माता गौजुला गंगाम्मा फरवरी में काशी आई थीं, जिनका देहावसान काशी में मणिकर्णिकाघाट पर हो गया था। कुछ समय बाद मां मेरे स्वप्न में आईं और उन्होंने साइकिल से काशी दर्शन के लिए प्रेरित किया। अपनी माता के प्रेम एवं उनके स्वप्न में दिए गए आदेश का पालन करने के लिए मैंने अपने दो साथियों के साथ लगभग 1200 किलोमीटर की यात्रा 14 दिन में साइकिल से पूर्ण की और हम काशी आए। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय माता जी की आत्मा की शांति के लिए काशी के विभिन्न मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। उन्होंने बताया कि हम अपने खर्च पर एक गौशाला भी चलाते हैं।