कटे हुए अंगों के प्रत्यारोपण की सुविधा एसजीपीजीआई में उपलब्ध

लखनऊ। राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में दुर्घटनावश कटी अंगुली व हाथ के प्रत्यारोपण व सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। मानव शरीर के अंगुली, हाथ, बांह में यदि चोट लगने या कट जाने पर एसजीपीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में उसकी सर्जरी होती है। यह जानकारी गुरुवार को एसजीपीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डा.राजीव अग्रवाल ने दी।
डा. राजीव अग्रवाल ने बताया कि सुलतानपुर जिले के ग्राम मुरजाम नगर निवासी श्लोक यादव नौ वर्ष का बालक है। चारा काटने की मशीन से उसके हाथ की दो अंगुलियां कट गयी थी। बच्चे के परिजन उसे लेकर तुरन्त एसजीपीजीआई के ट्रामा सेन्टर पहुंचे। सूचना मिलते ही प्लास्टिक सर्जरी विभाग की टीम तुरन्त ट्रामा सेन्टर पहुंचकर सर्जरी करने के बाद दोनों अंगुलियों को जोड़ दिया। डा. राजीव अग्रवाल ने बताया कि कटे हुए अंगों को पांच से छह घंटे के भीतर जोड़ा जा सकता है। डा. राजीव अग्रवाल की टीम में उनके साथ विभाग के डा. भारती, डा. निखिलेश, डा. भूपेश, सिस्टर प्रतिभा व अमृता, निश्चेतना विभाग की डा.आरती अग्रवाल, डा.सुमित व डा. दिव्या उपस्थित रहीं।

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