लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव और वरिष्ठ अधिवक्ता जफरयाब जिलानी का आज बुधवार को लखनऊ में निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीते कुछ दिन से लालबाग के निशात हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। जीलानी के बेटे नजम जफरयाब ने बताया कि उनके पिता ने लखनऊ के निषाद अस्पताल में पूर्वान्ह करीब 11 बजकर 50 मिनट पर आखिरी सांस ली। वह पिछले काफी समय से बीमार थे। उनके परिवार में पत्नी, 2 बेटे और एक बेटी है। जिलानी बाबरी मस्जिद मामले में अधिवक्ता भी थे। वह उत्तर प्रदेश के अपर महाधिवक्ता भी रह चुके थे। नजम ने बताया कि उनके पिता की मिट्टी को आज शाम लखनऊ के ऐशबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा। बता दें कि जिलानी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर, बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक और यूपी के अपर महाधिवक्ता रह चुके थे। अयोध्या विवाद में जफरयाब जिलानी ने लगातार मुस्लिम पक्ष की बात को मजबूती से रखा। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद जफरयाब जिलानी को बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी का संयोजक बनाया गया था।
जफरयाब जिलानी के निधन पर कानूनी क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों, राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय नेताओं, धर्मगुरुओं और जिलानी के शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई। धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने दुःख व्यक्त करते हुए बताया कि ऐशबाग स्थित कब्रिस्तान में जफरयाब जिलानी के शव को दफनाया जाएगा। उनके निधन पर समाज में शोक की लहर है। मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के तमाम सदस्यों ने अपने वक्तव्य में जफरयाब के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
वहीं राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी तथा वरिष्ठ अधिवक्ता जफरयाब जिलानी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और ईश्वर से प्रार्थना की कि दुख की इस घडी में शोक संतप्त परिवारों को अपार दुख सहन करने की शक्ति एवं दिवंगत आत्माओं को परम शान्ति प्रदान करें।