भारतीय विज्ञान कांग्रेस अधिवेशन के लिए एलयू ने कसी कमर

भारतीय विज्ञान कांग्रेस अधिवेशन के लिए एलयू ने कसी कमर

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के मंथन कक्ष में कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने एमिटी विश्वविद्यालय, इंटीग्रल विश्वविद्यालय, रामस्वरूप विश्वविद्यालय, इरा विश्वविद्यालय, बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय और महर्षि विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति, प्रति कुलपति, कुलसचिव और निदेशकों के साथ बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य नई शिक्षा नीति को लागू करना, आगामी जनवरी में होने वाले भारतीय विज्ञान कांग्रेस अधिवेशन में उनकी सहभागिता और 20 मई को राजनीति विज्ञान, लखनऊ विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में तमिलनाडु के राज्यपाल के आगमन के विषय में था। कुछ विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने बताया कि उनके यहां मानविकी, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान विषयों में नई शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम को लागू कर दिया गया है और कुछ ने बताया कि वे इसे लागू करने की प्रक्रिया में है। इसके पश्चात सभी ने कुलपति जी के कहने पर कि वे लोग अपने यहां के छात्र और शिक्षकों को भारतीय विज्ञान कांग्रेस के अधिवेशन में सहभागिता करने के लिए प्रेरित करें और अपने स्तर से इस अधिवेशन में जो विश्वविद्यालय जो भी सहयोग करना चाहते हैं, चाहे वह गेस्ट हाउस के रूप में हो, हॉस्टल के रूप में हो अथवा चाहे वह यातायात साधन के रूप में हो, अवश्य सहयोग करें।

मिलेगा सभी का सहयोग

इन विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों ने कहा कि हमें विस्तृत रूपरेखा प्रेषित कर दिया जाए और हम लोग अपना बेहतर सहयोग लखनऊ विश्वविद्यालय को प्रदान करेंगे। इसके बाद इसी क्रम में कुलपति जी ने लखनऊ विश्वविद्यालय के 5 जनपदों के सहयुक्त महाविद्यालयों एवं राजकीय महाविद्यालयों के आमंत्रित किए गए लगभग 40 प्राचार्यों के साथ बैठक की। इस बैठक में कुलपति ने सभी प्राचार्यो से अपने अपने स्तर से भारतीय विज्ञान कांग्रेस अधिवेशन में सहभागिता करने के लिए कहा। कुलपति जी ने यह भी कहा की वे लोग यदि चाहें तो स्वयं अथवा अपने शिक्षकों को यह प्रस्ताव भी दे सकते हैं कि यदि उनकी इच्छा हो तो वे इस अधिवेशन में आने वाले कुछ प्रतिभागियों को अपने अपने घर पर अपनी इच्छानुसार ठहराने की भी व्यवस्था कर सकते हैं। जिससे बाहर से आने वाले प्रतिभागी हमारी संस्कृति से भी परिचित होंगे और देश में भाई चारे की संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा महाविद्यालयों के गेस्ट हाउस, हॉस्टल और यातायात के साधन में भी जो सहयोग करना चाहें वे अवश्य सहयोग करें, विश्वविद्यालय भी अपने स्तर से समुचित प्रयास कर रहा है।

”आयोजन विश्वविद्यालय का ही नहीं, वरन पूरे लखनऊ शहर का है” का दिया जायेगा संदेश

बाहर से आने वाले प्रतिभागियों को ये संदेश जाए कि यह आयोजन केवल लखनऊ विश्वविद्यालय का ही नहीं, वरन पूरे लखनऊ शहर का है। इसके बाद कुलपति ने सभी प्राचार्यो से कहा कि वे अपने स्तर से पाठ्यक्रम को पूरा कराने का प्रयास करें, जिससे समय से परीक्षा हो एवं परीक्षा फल समय से निकले और आगामी सत्र की कक्षाएं समय से संचालित की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि कालेज एकेडमिक ऑडिट की रिपोर्ट अवश्य जमा कर दें। कुछ महाविद्यालयों के प्राचार्य द्वारा अनुरोध करने पर कुलपति जी ने नैक की तैयारियों और प्रोन्नति के एपीआई के लिए निदेशक आइक्यूएसी को निर्देशित किया कि वह महाविद्यालयों के शिक्षकों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन करें जिससे महाविद्यालयों के शिक्षकों को नैक की तैयारी और एपीआई के विषय में समुचित जानकारी प्राप्त हो सके।

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