धान और चाय की गुणवत्ता उपज में अब समस्या नहीं बनेगा खरपतवार

धान और चाय की गुणवत्ता उपज में अब समस्या नहीं बनेगा खरपतवार

लखनऊ। धान और चाय की गुणवत्तायुक्त उपज में समस्या बन रही खरपतवार से बचा जा सकता है। इसके लिये बीएएसएफ ने अब भारत में धान और चाय उत्पादकों के लिये उनकी फसलों को आक्रमक खरपतवारों से बचाने में मदद करने के लिए दो नए खरपतवारनाशक फेसेट और डुवेलॉन पेश किए हैं। धान के खेतों में उपयोग के लिए फेसेट तैयार किया गया है, जबकि चाय बागानों में उपयोग के लिए डुवेलॉन को विशेष रूप से बनाया गया है ये नवीनतम अभिनव उत्पाद भारत में किसानों को खरपतवार प्रबंधन के लिए एक विश्वसनीय समाधान प्रदान करते हैं।

विशेष फॉर्मूलेशन से किया गया है तैयार

राजेन्द्र वेलागला, व्यापार निदेशक कृषि समाधान, दक्षिण एशिया, बीएएसएफ ने कहा कि भारत में ये नए खरपतवारनाशक उत्पाद भारतीय कृषि के नवाचार और स्थिरता के लिए बीएएसएफ की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं हम आश्वस्त हैं कि उत्पादकों को प्रभावी और स्थायी समाधान प्रदान करके, हम पर्यावरण पर प्रभाव को कम करते हुए भोजन की बढ़ती मांग को पूरा करने में उनका सहयोग व समर्थन कर सकते हैं। फेसेट प्रमुख घासीय खरपतवार इकिनोक्लोआ प्रजातियों का कुशल और विश्वसनीय खरपतवार नियंत्रण प्रदान करता है इस अग्रणी समाधान में बीएएसएफ के सक्रिय संघटक क्विनक्लोरेक को एक विशेष फॉर्मूलेशन के साथ शामिल किया गया है इसका काम करने का तरीका धान के अनेक प्रचलित खरपतवारनाशकों से अलग है यह धान उत्पादकों के लिए एक कुशल टैंक मिक्स पार्टनर के रूप में बेहतरीन साधन है जो सीधे बोए गए और रोपे गए धान में खरपतवार का संपूर्ण प्रबंधन प्रदान करता है और यह उपयोग में भी बेहद सुविधाजनक है। किक्सोर एक्टिव द्वारा संचालित डुवेलॉन चाय बागानों में प्रभावी खरपतवार प्रबंधन के लिए एक अभिनव समाधान है। यह विभिन्न प्रकार की चौड़ी पत्ती वाली खरपतवारों को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिनमें वे भी शामिल हैं जो पारंपरिक खरपतवारनाशकों के प्रति सहनीयता के साथ बहुत गंभीर खतरा बन गई हैं। इसे चाय बागानों में फसल उगने के बाद सीधे उपयोग किया जा सकता है। चाय के अलावा, इसका नॉन-क्रॉप सेगमेंट में चौड़ी पत्ती वाली अनेक खरपतवारों के लिए भी लेबल है।

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