कैरेबियन सागर में नावों पर अमेरिकी मिसाइल हमले पर भड़का वेनेजुएला, अटॉर्नी जनरल बोले-यह मानवाधिकारों का उल्लंघन


काराकास, 27 नवंबर (आईएएनएस)। वेनेजुएला के अटॉर्नी जनरल तारेक विलियम साब ने कैरेबियन सागर में नावों पर अमेरिकी मिसाइल हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि अगर कोई जहाज तुरंत खतरा पैदा नहीं करता है, तो जानलेवा ताकत का इस्तेमाल अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन माना जाता है।

जनरल तारेक विलियम साब ने बुधवार को कहा, अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय कानून और मानवाधिकार का उल्लंघन कर रहा है। यूएस ने अंतर्राष्ट्रीय कानून, यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन ऑन द लॉ ऑफ द सी के साथ ही सभी मानवाधिकार संधियों का उल्लंघन किया है।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, वेनेजुएला कोकीन या मारिजुआना नहीं बनाता है। अमेरिका के आंकड़ों के मुताबिक, यूएस के लिए जाने वाली 5 फीसदी से भी कम ड्रग्स वेनेजुएला से होकर गुजरती है।”

साब ने कहा कि पिछले आठ साल में अटॉर्नी जनरल के ऑफिस ने वेनेजुएला के नागरिकों के खिलाफ 60,820 ड्रग ट्रैफिकिंग के चार्ज फाइल किए हैं। इसकी वजह से 21,370 लोगों को सजा हुई है और 370 टन से ज्यादा ड्रग्स जब्त की गई है।

इससे पहले रविवार को ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने कहा कि वह कैरेबियन सागर में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती को लेकर बहुत परेशान हैं और वेनेजुएला के साथ लड़ाई रोकने के लिए अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप से बात करने की योजना बना रहे हैं।

दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हाल ही में हुए जी20 समिट में शामिल होने के बाद राष्ट्रपति ने ब्राजीलियाई मीडिया से कहा कि दक्षिण अमेरिका को शांति का क्षेत्र माना जाता है, जो न्यूक्लियर हथियारों से मुक्त है

उन्होंने कहा, “युद्ध का कोई मतलब नहीं है। युद्ध शुरू करना आसान है। आपको बस उन्हें एक मौका देना होगा। यह जरूरी है कि हम शुरू करने से पहले इसका हल निकालने की कोशिश करें।”

ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि दक्षिण अमेरिका में ब्राजील की एक अहम जिम्मेदारी है, क्योंकि उसका बॉर्डर वेनेजुएला से लगता है। अमेरिकी सैनिकों ने बीते कुछ हफ्तों में कैरेबियन सागर में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है।

दरअसल, वॉशिंगटन का कहना है कि उसने कैरेबियन सागर में ड्रग तस्करी पर रोक लगाने के लिए अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है। उसका कहना है कि कैरेबियन सागर से सप्लाई हो रहे ड्रग्स की वजह से लाखों अमेरिकियों की मौत होती है।

–आईएएनएस

केके/वीसी


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