भारत में खरीफ फसलों का उत्पादन 173 मिलियन टन से अधिक होने का अनुमान


नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में खरीफ फसलों के उत्पादन में इस साल रिकॉर्ड बढ़त देखने को मिलेगी, जिससे खाद्यान्न उत्पादन 3.87 मिलियन टन बढ़कर 173.33 मिलियन टन पहुंचने की उम्मीद है। यह जानकारी सरकार की ओर से बुधवार को दी गई।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खरीफ फसलों के प्राथमिक अनुमान के मुताबिक इस सीजन में चावल और मक्का के उत्पादन में मजबूत बढ़त देखने को मिल सकती है।

अनुमानों के मुताबिक, चावल का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 1.73 मिलियन टन बढ़कर 124.5 मिलियन टन होने का अनुमान है। मक्का का उत्पादन सालाना आधार पर 3.4 मिलियन टन बढ़कर 28.3 मिलियन टन पहुंचने की उम्मीद है।

इस खरीफ सीजन में मोटे अनाज का उत्पादन 41.4 मिलियन टन और दालों का उत्पादन 7.4 मिलियन टन होने का अनुमान है, जिसमें तूर (अरहर) का योगदान 3.59 मिलियन टन, उड़द का योगदान 1.2 मिलियन टन और मूंग का योगदान 1.72 मिलियन टन है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अत्यधिक वर्षा के कारण कुछ इलाकों में फसलें प्रभावित हुई हैं, लेकिन अच्छे मानसून का ज्यादातर इलाकों पर सकारात्मक असर हुआ है।

इस खरीफ सीजन में तिलहन का उत्पादन 27.56 मिलियन टन और सोयाबीन का उत्पादन 14.26 मिलियन टन रहने की उम्मीद है।

मूंगफली का उत्पादन 11 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल से 0.68 मिलियन टन अधिक है।

गन्ने का उत्पादन 475.6 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल के मुकाबले 21 मिलियन टन अधिक है। कॉटन का उत्पादन 29.2 मिलियन बेल (हर बेल का वजन 170 किलोग्राम) होने का अनुमान है, और जूट और मेस्टा का उत्पादन 8.3 मिलियन बेल होने का अनुमान है।

बयान में कहा गया है कि ये अनुमान पिछले सालों के यील्ड ट्रेंड, दूसरे ग्राउंड-लेवल इनपुट, रीजनल ऑब्जर्वेशन और राज्यों से मिले डेटा पर आधारित हैं।

–आईएएनएस

एबीएस/


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