असम पुलिस ने 650 पुलिसकर्मियों की सूची बनाई है। इनमें वैसे पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है जो शराब पीने के आदी, मोटापे के शिकार और ड्यूटी के लिए अयोग्य हैं। असम पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने सोमवार को कहा कि इन पुलिसकर्मियों के संबंध में विस्तृत जांच के बाद उन्हें वालेंटरी रिटायरमेंट (वीआरएस) का विकल्प दिया जाएगा।
जिलों में कमेटी की गई गठित: डीजीपी
डीजीपी ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पुलिस को ऐसे कर्मियों से छुटकारा दिलाने के लिए सभी शाखा में यह कदम उठाया जा रहा है। हमारे पास कर्मचारियों की सूची उपलब्ध है। लेकिन, यह पुख्ता करने के लिए कि इसमें कोई भी नाम बिना किसी ठोस आधार के न जुड़े हमने बटालियन और जिलों में कमेटी गठित की है। जिनकी अध्यक्षता डिप्टी कमांडेंट या एएसपी-रैंक के अधिकारी करेंगे। कमेटी अपनी रिपोर्ट एसपी या बटालियन कमांडेंट को सौंपेगी। वह अपनी ओर से जांच करने के बाद इसे पुलिस हेडक्वार्टर को भेजेंगे। इसके बाद कमेटी की ओर से सूची की एक बार फिर से समीक्षा की जाएगी।
दिया जाएगा वीआरएस का विकल्प
इस कमेटी में ट्रेनिंग, सशस्त्र पुलिस विंग के अलावा ला एंड आर्डर और प्रशासन से संबंधित लोग शामिल होंगे। इसके बाद कमेटी अंतिम रूप से उन लोगों की सूची तैयार करेगी, जिन्हें वालेंटरी रिटायरमेंट स्कीम (वीआरएस) का विकल्प दिया जाएगा। नाम को अंतिम रूप दिए जाने की प्रक्रिया में थोड़ा समय लगेगा। जिस कर्मचारी का नाम इस सूची में शामिल होगा और वह वीआरएस नहीं लेना चाहेगा तो उसे फील्ड ड्यूटी नहीं दी जाएगी।