चुनौतीपूर्ण कार्य को आसानी से सुलझाने का हुनर रखने वाले आइएएस अफसर विनीत जोशी को केंद्र सरकार ने रविवार को आनन-फानन में हिंसाग्रस्त मणिपुर रवाना किया है। जहां उन्हें मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले शनिवार को राज्य सरकार के अनुरोध पर उनकी प्रतिनियुक्ति की अवधि को खत्म करते हुए केंद्र ने उन्हें मणिपुर के लिए रिलीव कर दिया था। जहां पहुंचने के बाद राज्य सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र ने उन्हें तुरंत ही मुख्य सचिव नियुक्ति करने की मंजूरी भी दे दी।
शिक्षा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे थे जोशी
मूलत: मणिपुर कैडर के 1992 बैच के अधिकारी जोशी मौजूदा समय में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के डीजी के साथ शिक्षा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके पास शिक्षा मंत्रालय में केंद्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों का जिम्मा था। एनटीए के गठन के बाद से वह इसके डीजी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
इस बीच उन्होंने देश में एनटीए का एक मजबूत ढांचा खड़ा किया और नीट,जेईई मेन और सीयूईटी जैसे बड़ी परीक्षाओं का भी सफलतापूर्वक संचालन किया। इस दौरान इन परीक्षाओं को लेकर जो भी चुनौती आयी, उसे उन्होंने कुशलता के साथ निपटाया।
गौरतलब है कि मूलत: मणिपुर कैडर के आइएएस अधिकारी विनीत जोशी इससे पहले राज्य में कई प्रमुख पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके है। केंद्र सरकार ने उन्हें ऐसे समय मणिपुर जाने के लिए कहा, जब वह रविवार को होने वाली नीट परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए थे।