कमजोर वैश्विक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला
मुंबई, 21 नवंबर (आईएएनएस)। कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में खुला। सुबह 9:20 पर सेंसेक्स 153.59 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,479 और निफ्टी 47.55 अंक या 0.18 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 26,144.20 पर था।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 177.95 अकं या 0.29 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 60,785.60 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 65.10 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,002.15 पर था।
शुरुआती सत्र में ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। बड़ी गिरावट रियल्टी, कमोडिटीज, डिफेंस, एफएमसीजी और पीएसयू बैंक में थी। ऑटो और आईटी ही हरे निशान में थे।
सेंसेक्स पैक में एमएंडएम, टीसीएस, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, एलएंडटी, सन फार्मा, मारुति सुजुकी, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस, टाटा मोटर पैसेंजर व्हीकल और इन्फोसिस गेनर्स थे। टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, इटरनल (जोमैटो), पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, बीईएल, एसबीआई, ट्रेंट, एचसीएल टेक, आईटीसी और भारती एयरटेल लूजर्स थे।
वैश्विक बाजारों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा था। टोक्यो, शंघाई, हांगकांग, बैंकॉक, जकार्ता और सोल लाल निशान में थे। अमेरिकी शेयर बाजार भी गुरुवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुए थे।
बाजार के जानकारों ने कहा कि एआई स्टॉक्स के वैल्यूएशन की चिंताओं के कारण वैश्विक बाजारों में गिरावट देखी जा रही है। इससे बाजारों में उठापटक में भी काफी इजाफा हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत बाजार में निवेशकों में हाल में लिस्ट हुई कंपनियों के वैल्यूएशन को लेकर सतर्क रहना चाहिए और ऐसी कंपनियों में निवेश करना चाहिए, जो सही वैल्यूशन पर हो।
कच्चा तेल लाल निशान में बना हुआ है। डब्ल्यूटीआई क्रूड 1.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58.11 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 1.36 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 62.52 डॉलर प्रति बैरल पर था।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 नवंबर को लगातार दूसरे सत्र में अपनी खरीदारी जारी रखी और 283 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 824 करोड़ रुपए का निवेश किया।
–आईएएनएस
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