भारत के मेटल और माइनिंग शेयरों का भविष्य बेहतर, मिलता रहेगा प्रीमियम वैल्यूएशन : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में घरेलू स्तर पर अच्छी मांग के कारण मेटल और माइनिंग शेयरों का भविष्य उज्ज्वल बना हुआ है और इन्हें वैश्विक मेटल कंपनियो के मुकाबले प्रीमियम वैल्यूएशन मिलता रहेगा। यह जानकारी गुरुवार को जारी रिपोर्ट में दी गई।
एचएसबीसी ग्लोबल रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया कि समृद्ध संसाधन भंडार और सहायक नियामक नीतियों के कारण, इस क्षेत्र के लिए यह एक अच्छा वर्ष रहा है, और आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रहेगा।
रिपोर्ट में कहा गया, “यह शहरीकरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च से प्रेरित मजबूत, टिकाऊ मांग का परिणाम है। देश के विशाल लौह अयस्क, कोयला, बॉक्साइट और जस्ता भंडार भारतीय कंपनियों को वैश्विक स्तर पर सबसे कम लागत वाले उत्पादक बनाते हैं और सहायक नियामक नीतियां विशेष रूप से चीन से कम लागत वाले आयातों से सुरक्षा प्रदान करती हैं।”
रिसर्च फर्म ने कहा कि चीन की कैपेसिटी कैप और ग्लोबल डिमांड में स्थिरता की वजह से एल्युमिनियम उसकी पहली पसंद है।
बयान में कहा गया, “चांदी को लेकर भी हमारा नजरिया सकारात्मक है और उम्मीद है कि अधिक मांग को देखते हुए कीमतें मजबूत रहेंगी।”
भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्टील मार्केट है, लेकिन डिमांड के सीजनल होने और चीन में स्टील का कम प्रोडक्शन होने की वजह से हम स्टील स्टॉक्स को अधिक साइक्लिकल मानते हैं।
एचएसबीसी ने कई टॉप भारतीय एल्युमिनियम स्टॉक्स पर ‘बाय’ रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया है।
रिपोर्ट में प्रीमियम वैल्यूएशन को सपोर्ट करने के लिए पॉजिटिव फैक्टर्स का जिक्र किया गया है, जैसे कि भारतीय मेटल्स और माइनिंग स्टॉक्स की बड़े मार्केट्स के हिसाब से री-रेटिंग की गई है।
बैलेंस शीट्स काफी मजबूत हैं क्योंकि कंपनियों ने डीलेवरेज किया है, और लॉन्ग-टर्म आउटलुक अच्छा है क्योंकि जीडीपी ग्रोथ में मेटल की मांग बढ़ रही है।
हालांकि, एचएसबीसी ने चीन या यूएस में मंदी, ग्लोबल ग्रोथ में तेज गिरावट और मजबूत यूएस डॉलर से नुकसान के रिस्क की चेतावनी दी है, जिससे कंपनियों पर कैश फ्लो का दबाव बन सकता है।
–आईएएनएस
एबीएस/