बर्थडे स्पेशल: ओवेन विल्सन, एक ऐसा कलाकार जिसने झेले दुख तमाम, पर्दे से जाने फिर लौट के आने की कहानी शानदार

नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। हॉलीवुड के दमदार सितारे ओवेन विल्सन का जन्म 18 नवंबर को हुआ था। इन्हें हॉलीवुड के सबसे अनोखे कलाकारों में से एक माना जाता है। हल्की-सी मुस्कान, दिल को भेदने वाली आवाज और बेफिक्र अंदाज इन्हें उन सितारों में शामिल करते हैं जिनकी मौजूदगी ही सीन का टोन बदल देती है। लेकिन इस मोहक स्वभाव की परछाइयों में एक ऐसा निजी संघर्ष छिपा है, जिसने 2007 में उनकी पूरी दुनिया को हिला दिया था।
ओवेन के जन्मदिन पर लोग अक्सर ‘वेडिंग क्रैशर्स’, ‘शंघाई नून’, ‘स्टार्सकी एंड हच’ और ‘कार्स’ में निभाई उनकी चमकती अदाकारी को याद करते हैं। पर उनकी कहानी सिर्फ हंसी-मजाक और आसान-सी कॉमेडी की नहीं है। उनके करियर की असल गहराई तब सामने आई जब दुनिया ने उनकी कमजोरियों को देखा और उनकी मजबूती को भी।
2007 की अगस्त में अचानक खबर आई कि ओवेन को अस्पताल ले जाया गया है। वह दौर उनके लिए बेहद कठिन था—काम का दबाव, निजी जीवन के उतार-चढ़ाव, और लगातार सुर्खियों में रहने की थकान ने उन्हें भीतर तक बेचैन कर दिया था। वह इंसान, जिसे दुनिया हंसाने के लिए जानती थी, अंदर से किसी गहरी लड़ाई में उलझा हुआ था। यह वह घटना थी जिसने हॉलीवुड को झकझोर दिया, क्योंकि किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि ओवेन विल्सन के खिलखिलाता चेहरा ऐसी चुप्पी और टूटन से गुजर रहा होगा। उन्होंने खुदकुशी की कोशिश की थी।
काफी दिनों बाद उन्होंने खुलासा किया कि वह 11 साल की उम्र के बाद से ही मौत के बारे में सोचने लगे थे, हालांकि उन्होंने इस बारे में अपने माता-पिता से कभी बात नहीं की थी। फीमेलफर्स्टडॉटकोडॉटयूके की रिपोर्ट के अनुसार, ओवेन का बड़ा भाई एंड्रयू 14 साल पहले उनके आत्महत्या की कोशिश के बाद अस्थायी रूप से उनके साथ रहने लगे थे। अभिनेता ने कहा था, “आप जब बच्चे होते हैं तो बहुत सी चीजों के बारे में सोचते हैं। वैसे ही मैं मौत के बारे में लगभग 11 साल की उम्र से सोचने लगा था, और मुझे अपने माता-पिता के साथ इस बारे में बात करना याद नहीं था।”
खैर, 2007 की उस रात के बाद उनके परिवार और दोस्तों ने तुरंत उन्हें सहारा दिया, मीडिया की नजरों से दूर रखा, और उन्हें समय दिया कि वे खुद को फिर से जोड़ सकें। ओवेन ने भी चुपचाप, बिना सार्वजनिक बयानों और प्रेस कॉन्फ्रेंस के, अपनी जिंदगी को दुरुस्त करने का रास्ता चुना। यही वह क्षण था जिसने उनके करियर की दिशा बदल दी—वे पहले से ज्यादा शांत, गहरे और संवेदनशील इंसान बनकर लौटे।
जब उस दर्दनाक सफर से निकले तो उन्होंने ऐसी फिल्में कीं जो उनकी परिपक्वता को दिखाती हैं, जैसे मार्ले एंड मी की भावनात्मक सादगी, नाइट एट द म्यूजियम की गर्मजोशी, और मिडनाइट इन पेरिस की नर्म जादुई दुनिया। यह उनकी वापसी नहीं, बल्कि एक नए ओवेन विल्सन का जन्म था!
–आईएएनएस
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