प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातियों का गौरव लौटाया: सीएम मोहन यादव


भोपाल, 12 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनजातीय वर्ग के लिए चलाई जा रही योजनाओं को बदलाव का संदेश देने वाला बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातीय वर्ग का गौरव लौटाया है।

राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एवं जनजातीय गौरव वर्ष के उपलक्ष्य में केंद्र एवं राज्य सरकारों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ऑल इंडिया एनजीओ मीट में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश जनजातियों का घर है। देश में सबसे ज्यादा जनजातियां मध्य प्रदेश में निवास करती हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जनजातियों का गौरव लौटा है। हमारे प्रधानमंत्री मोदी उन्हें पूज रहे हैं। आज राष्ट्रपति भवन से लेकर गांवों के पंचायत भवनों तक जनजातीय भाई-बहनों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है। पीएम जन-मन और धरती आबा जैसे अभियान जनजातीय भाई-बहनों के सशक्तिकरण का आधार बन रहे हैं। गरीब कल्याण के लिए चलाई जा रही अनेक योजनाओं से जनजातीय भाई-बहनों का जीवन आसान हुआ है। पेसा नियमों ने जनजातीय भाई-बहनों को सशक्त बनाया है।

मुख्यमंत्री यादव ने कहा है कि हम गौरव से भरे हैं कि मध्य प्रदेश, देश का सर्वाधिक जनजातीय आबादी वाला प्रदेश है। प्रदेश में जनजातीय वर्ग की 21 प्रतिशत आबादी निवास करती है। जनजातीय वर्ग के लोग प्रकृति का संरक्षण करते हुए इसी की छाया में अपना जीवन बिताते हैं। इन सभी जनजातियों के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है। जनजातियों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को बेहद गौरवपूर्ण तरीके से मनाई जाएगी। जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिए विचार मंथन जरूरी है। इसके लिए देशभर से स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी भोपाल में एकत्रित हुए हैं। इस विचार मंथन से जो अमृत निकलेगा, वह हमारी पूंजी है। जनजातियों के कल्याण के लिए सरकार सभी स्वयंसेवी संस्थाओं एवं कल्याणकारी कार्यक्रम चलाने वाली संस्थाओं के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ेगी।

सीएम मोहन यादव ने कहा कि जनजातीय समुदाय के शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक कल्याण के लिए गैर-सरकारी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस पुनीत कार्य में राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ संस्थाओं के साथ खड़ी है। जनजातीय कल्याण हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है। राज्य सरकार ने जबलपुर में रानी दुर्गावती के 300वें जयंती वर्ष में उन्हें समर्पित कैबिनेट बैठक का आयोजन किया। राज्य सरकार राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के जनहितैषी कार्यों को भी जनता के बीच लेकर आई है। हमारी सरकार ने खरगोन जैसे ट्राइबल बेल्ट में टंट्या मामा भील के नाम पर विश्वविद्यालय स्थापित किया है।

उन्होंने कहा कि शासन के कार्यों में स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग मिलने से लक्ष्य प्राप्ति में आसानी होती है। उन्होंने कहा कि 15 नवंबर को प्रदेश के जबलपुर और आलीराजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के जरिए भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती का समारोह मनाया जाएगा।

–आईएएनएस

एसएनपी/डीकेपी


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