भारत में 2026 में 11 प्रतिशत रहेगा 'हायरिंग इंटेंट', बेहतर रोजगार सेंटीमेंट के मिले संकेत


नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में हायरिंग इंटेंट 2025 के 9.75 प्रतिशत से बढ़कर 2026 में 11 प्रतिशत दर्ज किया गया है, जो बेहतर रोजगार सेंटीमेंट की ओर इशारा करता है। यह जानकारी मंगलवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

हायरिंग इंटेंट को लेकर यह सुधार बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (बीएफएसआई) सेक्टर के नेतृत्व में देखा जा रहा है।

सीआईआई के सहयोग से टैग्ड द्वारा तैयार रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएफएसआई सेक्टर 20 प्रतिशत हायरिंग सेंटीमेंट के साथ सबसे आगे बना हुआ है, इसके बाद 12 प्रतिशत भागीदारी के साथ कोर इंडस्ट्रीज का स्थान है, जिसमें मेटल एंड माइनिंग, पावर, यूटिलिटीज, स्टील और सीमेंट शामिल है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियां मिड और सीनियर लेवल टैलेंट को तेजी से प्राथमिकता दे रही हैं, जिसके साथ यह वर्ष एक्सपीरियंस्ड प्रोफेशनल्स के वर्ष के रूप में उभर रहा है।

6 से 15 वर्ष के एक्सपीरियंस वाले कैंडीडेट की कुल हायरिंग में 55 प्रतिशत हिस्सेदारी होने का अनुमान है, जो कि बीते वर्ष 39 प्रतिशत दर्ज किया गया था।

इसी तरह, 6 से 10 वर्ष के एक्सपीरियंस को लेकर हायरिंग इंटेंट 26 प्रतिशत से 28 प्रतिशत होने का अनुमान है। जबकि 11-15 वर्ष और 15 से अधिक वर्ष के कैंडीडेट के लिए हायरिंग इंटेंट क्रमशः 15 प्रतिशत और 12 प्रतिशत होने का अनुमान है, जो कि बीते वर्ष क्रमशः 9 प्रतिशत और 4 प्रतिशत दर्ज किया गया था।

रिपोर्ट बताती है कि जीसीसी उभरते स्किल सेट और लागत दक्षता के लिए नए रीजनल टैलेंट हब को प्राथमिकता दे रही हैं। ऐसे में भारत के एंप्लॉयमेंट लैंडस्केप में टियर-2 शहर अपनी स्थिति मजबूत करते नजर आते हैं, जो 2026 में अनुमानित नौकरियों के 32 प्रतिशत में अपनी भागीदारी दर्ज करवाएंगे।

भारत के जॉब मार्केट में मुंबई, बेंगलुरू और दिल्ली से अलग टियर-1 शहर 53 प्रतिशत नौकरियों में अपनी भागीदारी दर्ज करवाते हुए सबसे आगे बने हुए हैं। इसके बाद टियर-3 लोकेशन की भागीदारी 15 प्रतिशत बनी हुई है।

टैग्ड के को-फाउंडर और सीईओ, देवाशीष शर्मा ने कहा, “जैसे-जैसे भारत 2026 में प्रवेश करने की ओर बढ़ रहा है, जॉब मार्केट में रिवाइवल के संकेत नजर आते हैं। एक वर्ष की सिंगल-डिजिट ग्रोथ के बाद हायरिंग इंटेंट 11 प्रतिशत के डबल डिजिट ग्रोथ पर लौट आया है।”

–आईएएनएस

एसकेटी/


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