सीएम योगी के फैसले का समर्थन, लखनऊ मेयर ने कहा- वंदे मातरम देश की आत्मा


लखनऊ, 10 नवंबर (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में ‘वंदे मातरम’ गीत अनिवार्य करने की घोषणा के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में इस फैसले की व्यापक चर्चा हो रही है। इस बीच लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने मुख्यमंत्री के इस निर्णय का स्वागत किया है।

मेयर सुषमा खर्कवाल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, “मैं सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश का पूरे दिल से स्वागत करती हूं। यह एक बहुत ही सही और आवश्यक कदम है। सिर्फ स्कूलों में ही नहीं, बल्कि सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में भी ‘वंदे मातरम’ गाया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि यह आदेश सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि देशभक्ति की भावना को मजबूत करने वाला कदम है। हम हर शुभ काम की शुरुआत ‘वंदे मातरम’ कहकर करते हैं, और उसके बाद ‘जन गण मन’ गाते हैं। ये दोनों हमारे राष्ट्रीय गर्व के प्रतीक हैं, और हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह उनका सम्मान करें।

सुषमा खर्कवाल ने आगे कहा कि जिन लोगों को ‘वंदे मातरम’ बोलने में परेशानी है, उन्हें आत्ममंथन करना चाहिए। मैं उन लोगों से कहना चाहती हूं कि अगर आपको ‘वंदे मातरम’ कहने में दिक्कत है तो आप उस देश में चले जाइए, जहां ‘वंदे मातरम’ या ‘जन गण मन’ नहीं कहा जाता।

मेयर ने इस फैसले को युवाओं में देशप्रेम की भावना जगाने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि जब बच्चे हर दिन ‘वंदे मातरम’ गाएंगे तो उनके अंदर देश के प्रति गर्व और जिम्मेदारी की भावना और गहरी होगी। हम चाहते हैं कि नई पीढ़ी अपने राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के महत्व को समझे और दिल से उसका सम्मान करे।

सुषमा खर्कवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्णय को ‘संवेदनशील और दूरदर्शी फैसला’ बताया। साथ ही, उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा और एकता के लिए घुसपैठियों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। मैंने हमेशा यह मांग उठाई है कि जो लोग देश की शांति और सुरक्षा को खतरा पहुंचाते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होंने अंत में कहा कि वंदे मातरम सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की आवाज है। इसे गाना, सम्मान करना और अपने बच्चों को सिखाना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।

–आईएएनएस

वीकेयू/डीकेपी


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