अदाणी ग्रुप की कंपनी कच्छ कॉपर ने कैरवेल मिनरल्स के साथ करार किया, ऑस्ट्रेलिया में कॉपर प्रोजेक्ट को करेगी विकसित

अहमदाबाद, 6 नवंबर (आईएएनएस)। कैरवेल मिनरल्स ने गुरुवार को ऐलान किया कि कंपनी ने अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की सहयोगी कंपनी कच्छ कॉपर लिमिटेड (केसीएल) के साथ नॉन-बाइडिंग एमओयू साइन किया है। इससे दोनों कंपनियों के लिए पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के मर्चिसन क्षेत्र में प्रमुख कैरवेल कॉपर प्रोजेक्ट पर रणनीतिक सहयोग का रास्ता तैयार होगा।
समझौते के अंतर्गत कंपनियां 2026 में अंतिम निवेश निर्णय (एफआईडी) की दिशा में प्रोजेक्ट के विकास में तेजी लाने के लिए निवेश और ऑफटेक के अवसरों का पता लगाएंगी, जिसमें कैरवेल के वर्ल्ड क्लास रिसोर्स को अदाणी की स्मेल्टलिंग, प्रोसेसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षमताओं के साथ जोड़ा जाएगा।
कंपनियों ने आगे कहा कि एमओयू में सहयोगात्मक कार्य-प्रणालियों को रेखांकित किया गया है, जिसमें कच्छ कॉपर की डाउनस्ट्रीम सुविधाओं के लिए उत्पाद विनिर्देशों को अनुकूलित करने के लिए को-इंजीनियरिंग, डिलीवरी शेड्यूल को फास्ट-ट्रैक करने के लिए संयुक्त खरीद और सीमा पार संसाधन विकास और कार्यबल कौशल को बढ़ावा देने के लिए भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए (मुक्त व्यापार समझौते) का लाभ उठाना शामिल है।
अदाणी के प्राकृतिक संसाधन विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. विनय प्रकाश ने कहा, “कॉपर ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन की रीढ़ है और कैरेवल मिनरल्स के साथ हमारी साझेदारी इस महत्वपूर्ण मेटल के लिए एक मजबूत और जिम्मेदार सप्लाई चेन के निर्माण में भारत और ऑस्ट्रेलिया की भूमिका को मजबूत करती है।”
उन्होंने आगे कहा, “अपने वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर और ईएसजी मानकों के साथ, कच्छ कॉपर, कैरवेल के साथ मिलकर विभिन्न महाद्वीपों में सस्टेनेबल वैल्यू क्रिएशन का एक मॉडल तैयार करने पर खुश है।”
कैरवेल कॉपर प्रोजेक्ट पर्थ से लगभग 150 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है। ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े अनडेवलपड कॉपर रिसोर्स में से एक है, जिसकी संभावित माइन लाइफ 25 वर्ष से अधिक है और अनुमानित 1.3 मिलियन टन भुगतान योग्य कॉपर है। इस प्रोजेक्ट की समग्र सतत लागत (एआईएससी) 2.07 अमेरिकी डॉलर प्रति पाउंड अनुमानित है, जो इसे विश्व स्तर पर सबसे कम लागत वाले उत्पादकों में से एक बनाती है।
समझौते के तहत, केसीएल को एमओयू की अवधि के दौरान प्रत्यक्ष इक्विटी या प्रोजेक्ट-लेवल इन्वेस्टमेंट में भाग लेने का पहला अधिकार दिया गया है। यह समझौता 1.7 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के शुरुआती पूंजीगत व्यय के अनुरूप हैं और चरणबद्ध विकास को समर्थन देने के लिए डिजाइन की गई हैं।
–आईएएनएस
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